आधे हिंदुस्तान में जल प्रलय ने तबाही मचा रखी है. केरल से लेकर उत्तराखंड तक बारिश का कहर जारी है. अब तक केरल में बाढ़ और बारिश से मरने वालों का आंकड़ा 39 पहुंच गया है. उधर, हिमाचल प्रदेश के मंडी में सबसे ज्यादा हालात खराब है. यहां जगह- जगह भूस्खलन तो हुआ ही है साथ ही कई इलाके, गाड़ियां पानी में डूबी हुई हैं.
सबसे ज्यादा मुसीबत उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में है. यहां मूसलाधार बारिश से एक ओर पहाड़ खिसक रहे हैं तो दूसरी ओर गजरती नदियों लोगों की जान-माल की दुश्मन बनी हुई हैं.
महादेव की नगरी हरिद्वार में लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है. बारिश भी ऐसी कि शहर में चारों ओर पानी ही पानी दिखाई दे रहा है. बारिश से मनसा देवी पहाड़ी से आए मलबे से तीन दुकाने ध्वस्त हो गई हैं.
मूसलाधार बारिश से नैनीताल के आसपास के इलाके भी बेहाल हैं. यहां नाले और नदियां उफान पर है. सड़कों पर पानी बह रहा है. एक बाइक सवार सड़क पर नाले के उफान से आए बहाव में आकर बह गया. हालांकि, उसे समय रहते बचा लिया गया.
पिथौरागढ़ में जगह-जगह पहाड़ से मलबा गिर रहा है. इसमें लोगों के लिए पहाड़ी रास्तों से गुजरना अपनी जान हथेली पर रखकर आगे बढ़ने जैसा है क्योंकि, कभी भी पहाड़ से भारी-भरकम मलबा सड़क पर आ सकता है. भारी बारिश की वजह से इस इलाके की पांच सड़के बंद हो चुकी है. पिथौरागढ़ में ग्रिड फेल होने से चंपावत अंधेरे में डूब गया और 18 घंटे तक बिजली बहाल नहीं हो पाई.
मूसलाधार बारिश से शारदा, काली और सरयू नदी का जलस्तर भी बढ़ गया है. ऐसे में जिला प्रशासन लगातार लोगों से नदी किनारों से दूर रहने के लिए सर्तक कर रहा है. उत्तराखंड जैसा ही हाल हिमाचल प्रदेश का भी है. हिमाचल के बिलासपुर में रास्तों पर बड़े-बड़े पत्थर गिरे हुए हैं. रास्तों को साफ करने के लिए प्रशासन को भारी-भरकम मशीनें लगानी पड़ी. लेकिन, कुदरत के क्रोध से निपटना इतना आसान नहीं है.
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छडोल के पास चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे पर भी भारी मलबा गिरा. जिससे इस रूट पर घंटों गाड़ियों की आवाजाही प्रभावित रही. बारिश की वजह से लगातार भूस्खलन हो रहा है. जिससे कुल्लू जाने वाले पर्यटकों को भारी परेशानी हो रही है.
मौसम विभाग के मुताबिक आज देश के 16 राज्यों में भारी बारिश का खतरा है. ये 16 राज्य उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, हिमाचल प्रदेश, छत्तीसगढ, झारखंड, ओडिशा, अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, सिक्किम, तटीय आंध्रप्रदेश, तटीय कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल हैं.