नई दिल्ली। आशुतोष के आम आदमी पार्टी छोड़ने के ऐलान के बाद कुमार विश्वास ने ट्वीट किया है. इस ट्वीट में कुमार विश्वास ने लिखा है, ‘हर प्रतिभासम्पन्न साथी की षड्यंत्रपूर्वक निर्मम राजनैतिक हत्या के बाद एक आत्ममुग्ध असुरक्षित बौने और उसके सत्ता-पालित, 2G धन लाभित चिंटुओं को एक और “आत्मसमर्पित-क़ुरबानी” मुबारक हो ! इतिहास शिशुपाल की गालियाँ गिन रहा है आज़ादी मुबारक.’ वहीं आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने ट्वीट किया है, ‘ज़िंदगी में एक अच्छे दोस्त, एक सच्चे इन्सान, एक भरोसेमन्द साथी के रूप में @ashutosh83B जी से मेरा रिश्ता जीवन पर्यन्त रहेगा, उनका पार्टी से अलग होना मेरे लिये एक हृदय विदारक घटना से कम नही।’
मालूम हो कि कुमार विश्वास ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ बगावती सुर अपना लिए थे. केजरीवाल के फैसलों का विरोध करने के चलते उन्हें पार्टी में हाशिए पर ला दिया गया है. उनसे राजस्थान का प्रभारी पद भी छिन लिया गया है. इत्तेफाक की बात यह है कि कुमार विश्वास से प्रभारी पद छिनने का ऐलान आशुतोष ने ही किया था.
हर प्रतिभासम्पन्न साथी की षड्यंत्रपूर्वक निर्मम राजनैतिक हत्या के बाद एक आत्ममुग्ध असुरक्षित बौने और उसके सत्ता-पालित, 2G धन लाभित चिंटुओं को एक और “आत्मसमर्पित-क़ुरबानी” मुबारक हो ! इतिहास शिशुपाल की गालियाँ गिन रहा है आज़ादी मुबारक
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) August 15, 2018
ज़िंदगी में एक अच्छे दोस्त, एक सच्चे इन्सान, एक भरोसेमन्द साथी के रूप में @ashutosh83B जी से मेरा रिश्ता जीवन पर्यन्त रहेगा, उनका पार्टी से अलग होना मेरे लिये एक हृदय विदारक घटना से कम नही।
— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) August 15, 2018
इससे पहले आम आदमी पार्टी (आप) के नेता आशुतोष ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने इस्तीफे की वजह निजी कारण को बताया है. आशुतोष ने ट्वीट कर इस्तीफे का ऐलान किया है. उन्होंने ट्वीट में पत्रकारों से कहा है कि वे इस मसले पर किसी सवाल का जवाब नहीं देंगे.
आशुतोष ने कहा कि हर यात्रा का एक अंत होता है. आपके साथ यात्रा बेहद क्रांतिकारी और खूबसूरत रहा. मैं इस्तीफा देते हुए पार्टी की कार्यकारिणी परिषद से आग्रह करता हूं कि वे इसे स्वीकार करें मैंने विशुद्ध निजी कारणों से यह फैसला लिया है. इस यात्रा के दौरान मेरा साथ देने वाले सभी कार्यकर्ता के प्रति आभार प्रकट करता हूं. इसके साथ ही आशुतोष ने मीडिया की कि कृपया मेरी निजता का सम्मान करें, क्योंकि मैं इस संदर्भ में किसी भी प्रकार को कोई और बयान नहीं दूंगा.
उल्लेखनीय है कि इस साल की शुरुआत में दिल्ली की तीन राज्यसभा सीटों पर हुए चुनाव में पार्टी की तरफ से उनको प्रबल दावेदारों की सूची में गिना जाता था, लेकिन अंत में उन्हें जगह नहीं मिली. सूत्रों का कहना है कि इस घटना के बाद से ही वह पार्टी में हाशिए पर माने जा रहे थे. राज्यसभा चुनावों के मसले पर ही उसके बाद कुमार विश्वास ने बगावत कर दी थी. अब आशुतोष के इस्तीफे को उसी कड़ी से जोड़कर देखा जा रहा है.
उसके बाद हाल ही में पार्टी दिल्ली की कई लोकसभा सीटों के लिए प्रभारियों की नियुक्ति की थी, जिसमें भी उनका नाम नहीं था. बहरहाल आशुतोष का यूं अचानक पार्टी से इस्तीफा देना आम आदमी पार्टी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है.