तमिलनाडु। तमिलनाडु में एक महिला पुलिस अधीक्षक (एसपी) ने इंस्पेक्टर जनरल (आईजी) रैंक के अधिकारी के खिलाफ यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई है.
टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी खबर के अनुसार पीड़ित महिला ने अपनी शिकायत में कहा कि अधिकारी ने उसे कई बार गले लगाने की कोशिश की और जब उसने उसकी पहल को खारिज कर दिया तो उसने उसे परेशान करना शुरू कर दिया.
शिकायतकर्ता का आरोप है कि आरोपी उसे 7 महीने से परेशान कर रहा है, आरोपी उसे वक्त-बेवक्त फोन करता है और अश्लील मैसेज भेजता है. शिकायत में यह भी कहा गया है कि विरोध करने के बावजूद भी आरोपी ने उसके सामने पॉर्न देखा था.
महिला अधिकारी ने आरोप लगाया है कि आईजी ने उसे वार्षिक रिपोर्ट में प्रतिकूल टिप्पणी करने की धमकी दी है जो उसके करियर के लिए हानिकारक होगी. महिला अधिकारी ने कहा कि उसके ट्रांसफर के अनुरोध को बार-बार अनदेखा किया जा रहा है.
राज्य सरकार ने घटना की जांच के लिए एक आंतरिक समिति का गठन किया है. मामला राज्य पुलिस कार्यालय की हाल ही में गठित विशाखा समिति को भेजा गया है. घटना की जांच 2013 के एक्ट कार्यस्थल पर महिलाओं का यौन उत्पीड़न (रोकथाम, निषेध और निवारण) के अनुसार की जाएगी.
डीजीपी टीके राजेंद्रन ने एडीजीपी सीमा अग्रवाल, एसयू अरुणाचलम और डीआईजी थेमोझी की एक कमेटी बनाकर उन्हें जांच सौंप दी है. इसके अलावा दो और लोग- रिटायर्ड एएसपी सरस्वती और डीजीपी दफ्तर में प्रशासनिक अधिकारी रमेश भी इस जांच कमेटी का हिस्सा हैं.
विशाखा कमेटी के दिशा-निर्देशों के मुताबिक अगर आंतरिक समिति प्रथम दृष्टि में मामले में सत्यता नजर आती है तो वो पुलिस विभाग को आपराधिक कार्रवाई शुरू करने की सलाह दे सकती है.