हिचकी आना एक सामान्य समस्या है। ऐसा माना जाता है कि जब कोई हमें याद कर रहा होता है तो हमें हिचकी आने लगती है। लेकिन हिचकी के पीछे वैज्ञानिक कारण होता है हमारे शरीर में डायफ्राम का सिकुड़ना। छाती को पेट से अलग करने वाली मांसपेशी यानी कि डायफ्रॉम सांस लेने की प्रक्रिया में अहम रोल निभाती है। ऐसे में इसका सिकुड़ना हिचकी का प्रमुख कारण होता है। इसके अलावा भी हिचकी आने के कई कारण होते हैं। जैसे- अधिक मात्रा में तीखा खाना खा लेना, ज्यादा शराब पी लेना या फिर जल्दी-जल्दी भोजन निगलना। कभी- कभी हिचकी हमें काफी परेशान करती है। ऐसे में आप कुछ छोटे-मोटे उपाय आजमाकर इससे छुटकारा पा सकते हैं। अगर इन उपायों को आजमाने के बाद भी हिचकी से छुटकारा नहीं मिलता, तब आपका डॉक्टर के पास जाना जरूरी हो जाता है।
नींबू से हिचकी को रोका जा सकता है। जब भी कभी आपको हिचकी आती है, नींबू के एक चम्मच ताजे रस में एक चम्मच शहद मिलाकर चाट लें। इससे हिचकी बंद हो जाएगी।
2. हिचकी रोकने का एक सरल तरीका यह भी होता है, कि अपनी सांस को लंबा खींचकर उसे कुछ सेकंड के लिए रोककर रखें। ऐसे में फेफड़ों में जमा कॉर्बन डाइ ऑक्साइड को जब डायाफ्रॉम बाहर निकालेगा तो हिचकी आना बंद हो जाएगा।
3. सिरके का खट्टा स्वाद हिचकी को रोकने में कारगर होता है। जब भी कभी हिचकी आए, एक चम्मच सिरके का सेवन करें, तुरंत राहत मिलेगा।
4. हिचकी आने पर आप पानी में थोड़ा सा नमक मिलाकर एक या दो घूंट पी लें। इससे हिचकी से तुरंत आराम मिलता है।
5. एक चम्मच चीनी हिचकी को रोकने का अचूक उपाय है। जब भी कभी आपको हिचकी आती है, आप इस उपाय को आजमा सकते हैं।
6. दो या तीन काली मिर्च के दाने लेकर उसमें थोड़ी मिश्री मिलाएं। अब इसा चबाकर इसका रस चूसते रहें। यह उपया हिचकी के सबसे कारगर उपायों में से एक है।