पिछले कुछ वर्षों में डेंगू व चिकनगुनिया की दहशत बहुत बढ़ गई है। दोनों ही बिमारियों के एक जैसे लक्षण होने की वजह से अक्सर बीमारी की सही पहचान करना कठिन हो जाता हैं। बुखार व कमजोरी सबसे आम लक्षण हैं। हम ज्यादातर बुखार को छोटी सर्दी का लक्षण समझकर नजरअंदाज कर देते हैं। यही वजह है कि यह बीमारी अक्सर गंभीर रूप ले लेती हैं।
चिकनगुनिया एक वायरल बीमारी है, जो से फैलती है। एडीज से चिकनगुनिया का वायरस इंसान को बीमार कर देता है। चिकनगुनिया के लक्षण डेंगू से बहुत मिलते जुलते हैं। इसलिए इन दोनों बिमारियों में पहचान करना अक्सर कठिन हो जाता है। पिछले कुछ वर्षों में चिकनगुनिया के केस बहुत बढ़ गए हैं। चिकनगुनिया के लिए कोई भी वैक्सीन या उपचार अभी नहीं हैं इसलिए महत्वपूर्ण है सही सावधानी रखना।
चिकनगुनिया के लक्षण-
चिकनगुनिया के लक्षण आमतौर से संक्रमित के 2-12 दिनों के भीतर दिखते हैं। चिकनगुनिया का मच्छर ज्यादातर दिन के दौरान काटता है। यह मच्छर जमा हुए साफ पानी में प्रजनन करते हैं व चिकनगुनिया का खतरनाक वायरस फैलाने का काम करता है। चिकनगुनिया के लक्षण नीचे दिए गए हैं-
-तेज बुखार होना। बॉडी संक्रमण से लड़ने के कोशिश में अपना तापमान बढ़ाता है। यही वजह है चिकनगुनिया में तेज बुखार होने का पैर, हाथ व कलाई में हल्के सूजन के साथ गंभीर दर्द होता है।
-गंभीर पीठ दर्द, सिरदर्द
-थकान के साथ मांसपेशी में दर्द
-त्वचा पर लाल रंग के चकत्ते का होना जो आमतौर से 48 घंटों में दिखाई पड़ते हैं
-गले में खराश होना
-आंखों में दर्द व कंजेक्टिवाइटिस होना
चिकनगुनिया का इलाज
चिकनगुनिया का कोई उपचार अभी नहीं उपलब्ध है, इसलिए इस वायरस से लड़ने के लिए सही ख्याल व चिकित्सक की सलाह महत्वपूर्ण है। चिकनगुनिया से लड़ने के लिए महत्वपूर्ण है कुछ बातों का ख्याल रखना –
-मरीज को डिहाइड्रेशन से बचाए। दिनभर पानी, जूस पिलाते रहना आवश्यक है।
-समय पर दवाईयां लेना
-चिकनगुनिया में बहुत कमजोरी भी हो जाती हैं, इसलिए महत्वपूर्ण तत्वों से भरपूर भोजन करें
-भुखार को नजरअंदाज न करें व चिकित्सक को समय पर दिखाएं
-अच्छे से आराम करना बॉडी को स्वास्थ्य वर्धक बनाने में मदद करता हैं
-बीमारी अगर गम्भीर रूप लें तो चिकित्सक के कहने पर अस्पताल में भरती हो जाएं
दादी के पास हर वस्तु के नुस्खें होते हैं। चिकनगुनिया के लिए भी फायदेमंद घरेलु तरीका उपलब्ध हैं। इन नुस्खों के सहायता से आप चिकनगुनिया से घर पर लड़ सकते हैं। यह घरेलू तरीका चिकनगुनिया के लक्षणों में राहत पहुंचाने में अच्छा हैं। ऐसे ही कुछ नुस्खें नीचे दिए गए हैं-
-अदरक की चाय व ग्रीन टी बहुत ज्यादा लाभदायक होती है
-बर्फ का पैक सूजन व दर्द में आराम पहुंचाता है
-गिलोय का जूस बुखार से लड़ने में मदद करता है
-पपीते का जूस ब्लड प्लेटलेट बढ़ने में फायदेमंद सिद्ध हुआ है
-तुलसी के पत्ते चाय या पानी में उबाल कर पीएं. तुलसी इम्युनिटी बढ़ने व भूकर को कार्य करने में मदद करती है
-नारियल का पानी डीटोक्सीफाई करने व हाइड्रेटेड रहने के लिए बहुत अच्छा तरीका है
चिकनगुनिया से बचाव
बीमारी से बचाव करना समझदारी है। चिकनगुनिया से होती है। इसलिए आवश्यक है कुछ ऐसे तरीका अपनाना जो इस बीमारी को फैलने से रोके। ऐसे ही कुछ तरीका नीचे दिए गए हैं:
-चिकनगुनिया का मच्छर जमा हुए पानी में पनपता है। इसलिए यह आवश्यक है कि पानी को एक स्थान जमा न होने दें
-कूलर के पानी को हफ्ते में कम से कम एक बार बदलें
-गमले, बर्तन व घर के चारों तरफ पानी जमा न होने दें
-मच्छरों को मारने वाले स्प्रे का इस्तेमाल करें
-युकलिप्टुस के ऑयल का मच्छरों के रोकथाम के लिए इस्तमाल करें
-बाहर निकलते समय स्वयं व बच्चों को पूरे बॉडी ढकने वाले कपड़ें पहनाएं
-खिड़की व दरवाजों में जाली लगवाएं
-सफाई बनाएं रखें
-बुखार होने पर चिकित्सक से मिले व सही जांच करवाएं। सही जानकारी से हम चिकनगुनिया जैसे खतरनाक बिमारियों से लड़ सकते हैं व उसके सही रोकथाम के लिए काम कर सकते हैं।