लखनऊ। कभी मुलायम सिंह यादव के बेहद करीबी रहे सांसद अमर सिंह ने एक वीडियो क्लिप जारी कर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के विष्णु मंदिर बनाने के दावे पर सवाल खड़े किए। उन्होंने आजम खां के बहाने अखिलेश पर निशाना साधा। कहा, अखिलेश समाजवादी नहीं, नमाजवादी पार्टी के अध्यक्ष हैं।
अखिलेश को संबोधित करते हुए अमर ने कहा है कि तुम्हारे पिता के राजनीतिक पुत्र आजम खां ने एक बयान में कहा है कि अमर सिंह को काट देना चाहिए, मेरी बेटियों पर तेजाब फेंकना चाहिए। कहा कि आपके और आपके परिवार में भी बेटियां व बहुएं हैं। हमने उनकी मदद की थी, लेकिन जब तुम लोगों की वजह से मैं जेल में था तब न तुम आए और न ही तुम्हारे पिता मेरे परिवार के आंसू पोंछने आए।
उन्होंने आजम को राक्षस बताते हुए कहा कि उनके खिलाफ देश के हिंदू समाज से अपील करूंगा। इसके लिए मुझे सांप्रदायिकता का तमगा बेशक मिले।
‘धर्मनिरपेक्षता का मतलब स्वाभिमान त्यागना नहीं’
अमर सिंह ने कहा कि धर्मनिरपेक्षता का मतलब स्वाभिमान त्यागना नहीं है। मैं अशफाक उल्ला खां और अबुल कलाम जैसे राष्ट्रवादी मुसलमानों का सम्मान करता हूं, लेकिन आजम का नहीं जिन्होंने मुलायम सिंह के जन्मदिन समारोह के बाद अबू सलेम और दाउद को आदर्श बताया था। जिसने पीएम नरेंद्र मोदी को आतंकवादी बताया है और भारत माता को डायन कहा।
18 बरस तक क्षत्रिय जीवे, आगे जीवन को धिक्कार…
अमर ने कहा, मैंने बड़ी स्क्रीन पर इस वीडियो को गांव-गांव और गली-गली नहीं दिखाया तो क्षत्रिय नहीं हूं। क्षत्रिय का अर्थ समझाने के लिए उन्होंने ये लाइनें पढ़ीं… ‘12 बरस तक कुकुर जीवे, 16 बरस तक जिये सियार, बरस 18 क्षत्रिय जीवे, आगे जीवन को धिक्कार।’ उन्होंने कहा, मैं उनकी एक-एक चुनौती का सामना करने को तैयार हूं। ईंट का जवाब पत्थर से नहीं दिया तो क्षत्रिय की औलाद नही हूं।
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