बेंगलुरू। कांग्रेस ने गुरुवार को आरोप लगाया कि 108 राफेल विमानों के लिए नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा फ्रेंच विमानन कंपनी दसॉल्ट के साथ नया सौदा करने से देश को 41,000 करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा है.
कांग्रेस प्रवक्ता जयपाल रेड्डी ने आरोप लगाया कि इस सौदे का मुख्य मकसद पीएम मोदी के मित्र अनिल अंबानी को मदद पहुंचाना था जिन्होंने करार किए जाने से ठीक 12 दिन पहले एक नयी कंपनी बनाई थी. राफेल सौदे से अनुचित लाभ प्राप्त करने के आरोपों का सामना कर रहे अनिल अंबानी नीत रिलायंस समूह ने कई कांग्रेस नेताओं को कानूनी नोटिस भेजे हैं.
पार्टी ने इस कदम को ‘बीजेपी और कॉर्पोरेट दुनिया के बीच गठबंधन’ का साक्ष्य बताया है और कहा कि वह ऐसे नोटिसों से डरने वाली नहीं है. रेड्डी ने दावा किया कि नए सौदे से न केवल सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी एचएएल प्रभावित हुई बल्कि युवाओं के लिए 10,000 नौकरियां पैदा करने का अवसर भी चला गया.
माओवादियों से संबंधों के आरोप में गिरफ्तार किए गए पांच मानवाधिकारवादी कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी पर रेड्डी ने कहा मोदी सरकार ने उन्हें विचारधारा के आधार पर गिरफ्तार किया है जबकि कांग्रेस सरकार में विशेष मामलों में फंसने के बाद गिरफ्तारियां हुईं थी.
उन्होंने कहा, ‘हमने जब माओवादियों से संबंधों में लोगों को गिरफ्तार किया तो यह कदम उनके विशेष मामलों में नाम सामने आने के बाद किया.’ उन्होंने कहा, ‘आप किसी व्यक्ति को उनके विचारों के आधार पर गिरफ्तार नहीं कर सके.’