नई दिल्ली। अमेरिकी टेनिस स्टार सेरेना विलियम्स यूएस के फाइनल में पहुंच गईं हैं. उन्होंने सेमीफाइनल में लातविया की अनस्तासिया सेवस्तोवा को 6-3, 6-0 से हराकर फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली है. यूएस ओपन के फाइनल में अब सेरेना का मुकाबला जापान की नाओमी ओसाका से होगा. वहीं, ओसाका ने अंतिम 4 के मुकाबले में अमेरिका की मेडिसन कीज को 6-2, 6-4 से हराकर फाइनल का टिकट कटाया.
पहली बार ग्रैंड स्लैम के फाइनल में पहुंची ओसाका
इस जीत के साथ ही ओसाका ने पहली बार किसी ग्रैंडस्लेम के फाइनल में अपनी जगह बनाई. नाओमी ओसाका अमेरिकी ओपन के क्वार्टर फाइनल में लेसिया सुरेंको को हराकर 22 साल में किसी ग्रैंडस्लैम के महिला एकल सेमीफाइनल में जगह बनाने वाली जापान की पहली खिलाड़ी बनी थीं..
ओसाका ने बेहद एकतरफा क्वार्टर फाइनल में सीधे सेटों में 6-1, 6-1 से जीत दर्ज की. बता दें कि जापान की किमिको डेट ने 1996 में जब विंबडलन सेमीफाइनल में जगह बनाई थी तब ओसाका का जन्म भी नहीं हुआ था, लेकिन अब इस 20 वर्षीय खिलाड़ी ने पहली बार ग्रैंडस्लैम फाइनल में जगह बनाने का मौका हासिल कर लिया है.
‘ग्रैंड स्लैम जीतने की ख्वाहिश खत्म नहीं हुई’
मेरिका की दिग्गज टेनिस खिलाड़ी सेरेना विलियम्स ने अपने करियर में 23 ग्रैंड स्लैम खिताब जीते हैं, लेकिन उनके और ग्रैंड स्लैम खिताब जीतने ख्वाहिश अब भी बनी हुई है. बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, सेरेना ने अमेरिकी ओपन में प्री-क्वार्टर फाइनल मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में यह बात कही थी. सेरेना की बेटी ओलम्पिया बीते शनिवार को एक साल की हो गई है और ऐसे में उनका कहना है कि मातृत्व के इस दौर में भी उनमें बड़े टूर्नामेंट जीतने ख्वाहिश है. पूर्व वर्ल्ड नम्बर-1 सेरेना ने साल के चौथे ग्रैंड स्लैम अमेरिकी ओपन के क्वार्टर फाइनल में प्रवेश कर लिया है. उन्होंने कहा, “मेरी ख्वाहिश अब भी खत्म नहीं हुई है.”
सेरेना ने कहा, “बड़े टूर्नामेंटों में प्रतिस्पर्धा करते रहने और जीतने की मेरी ख्वाहिश अब भी उच्च स्तर पर बनी हुई है. एक बेटी की मां होने के बाद ग्रैंड स्लैम खिताब जीतना बेहतरीन होगा, लेकिन इसमें कड़ी मेहनत है.”