हैदराबाद। ऊपर नजर आ रही तस्वीर किन्हीं बाइकर्स की नहीं बल्कि हैदराबाद के डॉक्टरों की है और ऐसी हालत में वो राइडिंग पर नहीं बल्कि हॉस्पिटल में मरीज़ो का इलाज करने पहुंचे हैं. हैदराबाद के ओस्मानिया हॉस्पिटल के इन डॉक्टरों ने विरोध का ये अनोखा तरीका इसलिए अपनाया ताकि वो अपनी शिकायत सही कानों तक पहुंचा सकें.
2015 में बिल्डिंग को गिराने का आदेश दिया था
मसला ये है कि हॉस्पिटल की बिल्डिंग की हालत खस्ता हो गई है. डॉक्टरों का आरोप है कि 100 साल पुरानी इस बिल्डिंग की छत के हिस्से टूटकर गिरते रहते हैं जिससे काम के दौरान जान जाने की दहशत बनी रहती है. आपको बता दें कि तेलंगाना की केसी रॉव सरकार ने 2015 में इस बिल्डिंग को गिराने का आदेश दिया था. लेकिन बाद में इसकी मरम्मत का काम शुरू करवाकर लोगों को वहीं इलाज करवाने और काम करने पर मजबूर किया गया.
प्रदर्शन का बिल्कुल सही समय
अब जब तेलंगाना की विधानसभा को भंग करने के सीएम के प्रस्ताव को राज्यपाल ने मंज़ूरी दे दी है और चुनावों के मौसम में दावों और वादों की झड़ी लगने का भी समय आ गया है, तब डॉक्टरों ने प्रदर्शन का बिल्कुल सही समय और सही तरीका चुना है. देखने वाली बात होगी की इनकी मांग पर सरकार का क्या रुख रहता है.