नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) का ‘भविष्य का भारत’ कार्यक्रम पिछले काफी दिनों से चर्चा का विषय बना हुआ है. इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए संघ की ओर से दुनियाभर के कुल 70 देशों को निमंत्रण भेजा जाएगा. गौर करने वाली बात ये है कि संघ की ओर से पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान को निमंत्रण नहीं भेजा जाएगा.
इस कार्यक्रम में एक पूरी लेक्चर सीरीज़ होगी, जिसे आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी संबोधित करेंगे. आरएसएस जल्द ही सभी चिन्हित देशों को आधिकारिक तौर पर निमंत्रण देना शुरू करेगा. ये तीन दिन का कार्यक्रम 17 सितंबर से शुरू होगा.
संघ के इस कार्यक्रम का आयोजन अगले सप्ताह राजधानी दिल्ली में होगा. मोहन भागवत इस कार्यक्रम के दौरान आम जनता से भी सीधे संवाद कर सकते हैं. बता दें कि ये वही कार्यक्रम है जिसमें देश के कई राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को बुलाने की चर्चा हो रही है. इस कार्यक्रम में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को भी बुलाने की बात की जा रही थी.
RSS का कहना है कि कई देशों के उच्चायोग को निमंत्रण भेजा जाएगा, लेकिन पाकिस्तान को नहीं भेजा जाएगा.इस कार्यक्रम में देश के भविष्य और उसमें RSS के रोल के मुद्दे पर चर्चा की जाएगी. कार्यक्रम के पहले दिन मोहन भागवत का भाषण होगा, जिसमें वह आरएसएस के विचार को सभी के सामने रखेंगे. RSS की ओर से आयोजित किया गया ये अपने आप में पहला कार्यक्रम होगा.