लखनऊ। विजय माल्या को लेकर कांग्रेस और बीजेपी के बीच आरोप प्रत्यारोप के बीच उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमेन वसीम रिजवी भी उतर आए हैं. रिजवी ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और वरिष्ठ कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने उन पर विजय माल्या के खिलाफ कार्रवाई न करने का दवाब डाला था.
वसीम रिजवी ने दावा किया कि विजय माल्या का मेरठ में शिया वक्फ बोर्ड की प्रोपर्टी पर अवैध कब्जा था. रिजवी ने कहा कि जब बोर्ड को यह पता चला कि वहां अवैध रूप से शराब की फैक्ट्री चलाई जा रही है तो बोर्ड ने फैक्ट्री को सील करने की कार्रवाई और विजय माल्या के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की कार्रवाई की शुरू की.
रिजवी ने आरोप लगाया कि कार्रवाई न होने पर जब उन्होंने पुलिस से संपर्क किया तो पुलिस ने उनसे साफ कह दिया कि वह माल्या के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करेंगे और शराब की फैक्ट्री भी सील नहीं करेंगे.
#WATCH: Uttar Pradesh Shia Central Waqf Board chairman Waseem Rizvi claims that Rahul Gandhi and Ghulam Nabi Azad put pressure on him to not complain against Vijay Mallya who Rizvi says had encroached upon a Shia Waqf Board property near Meerut. pic.twitter.com/MnJBmJZAR7
— ANI (@ANI) September 13, 2018
रिजवी ने कहा, ‘जब मैंने बड़े अधिकारियों से इस बारे में बात करनी शुरू की तो मेरे पास कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद का फोन आया और उन्होंने राहुल गांधी से मेरी बात कराई। राहुल गांधी ने मुझसे कहा कि विजय माल्या एक शरीफ आदमी हैं और आप उनके खिलाफ जो इस तरह की कार्रवाई कर रहे हैं, वह मत करिए।’
रिजवी ने दावा किया कि उन्होंने इसकी शिकायत उस वक्त के मुख्य सचिव से भी की थी और उनको यह जानकारी दी थी कि राहुल गांधी और गुलाम नबी आजाद उनके ऊपर विजय माल्या के खिलाफ शिकायत नहीं करने के लिए दबाव डाल रहे हैं। वक्फ बोर्ड अध्यक्ष ने बताया कि इस मामले में माल्या के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई।
कांग्रेस-बीजेपी के बीच चले तीखे शब्दबाण
भगोड़े कारोबारी विजय माल्या के मामले में कांग्रेस और भाजपा के बीच गुरुवार को तीखे शब्दबाण चले और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने वित्त मंत्री अरुण जेटली पर झूठ बोलने एवं माल्या को देश छोड़ने की अनुमति देने का आरोप लगाया ।
वहीं, भाजपा ने पलटवार करते हुए दावा किया कि गांधी परिवार ने 2011..12 में किंगफिशर एयरलाइन्स की मदद करने का प्रयास किया। भाजपा ने मांग की कि राहुल गांधी किंगफिशर के साथ उनके (गांधी) परिवार के संबंध पर स्थिति स्पष्ट करें ।
बता दें बुधवार को किंगफिशर के पूर्व प्रमुख ने लंदन में कहा था कि उन्होंने देश छोड़ने से पहले अरुण जेटली से मुलाकात की थी और बैंकों पर अपने बकाये संबंधी मामले का निपटारा करने की पेशकश की थी। माल्या के इन आरोपों को हालांकि वित्त मंत्री ने गलत करार देते हुए खारिज किया था ।
भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को अरुण जेटली पर माल्या के साथ ‘मिलीभगत’ का आरोप लगाया और कहा कि जेटली को यह बताना चाहिए कि यह सब उन्होंने खुद से किया या इसके लिए ऊपर से उन्हें आदेश दिया गया था। जेटली के इस्तीफे की मांग दोहराते हुए गांधी ने यह भी दावा किया कि इस मामले में वित्त मंत्री और सरकार झूठ बोल रही है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पीएल पुनिया एक मार्च 2016 को संसद के केंद्रीय कक्ष में हुई जेटली माल्या की ‘15-20 मिनट’ की मुलाकात के साक्षी हैं और जेटली को देश को बताना चाहिए कि माल्या को भगाने के लिए क्या ‘डील’ हुई थी। वहीं, वित्त मंत्री के इस्तीफे की राहुल गांधी की मांग के बीच अरूण जेटली का बचाव करते हुए भाजपा ने कहा कि भगोड़ा कारोबारी विजय माल्या एक अपराधी है और उसकी बातों को गंभीरता से लेने की जरूरत नहीं है ।