लखनऊ। चिनहट के मटियारी स्थित रजत पीजी कॉलेज में बृहस्पतिवार को प्रिंसिपल ने कुछ छात्रों को हॉकी से जमकर पीटा। मामले की जानकारी होने पर चोटिल छात्रों के परिवारीजनों ने तहरीर दी। हालांकि पुलिस ने दोनों पक्षों में सुलह करा दी। शुक्रवार दोपहर घटना के दो वीडियो वायरल हुए। एक वीडियो में संचालिका छात्र को थप्पड़ मार रही थी। जबकि दूसरे में हॉकी से जमकर पिटाई कर रही थी।
पुलिस के मुताबिक, पीजी कॉलेज में पढ़ने वाले चिनहट निवासी छात्र रजत का दूसरे गुट के छात्रों से विवाद हो गया। बृहस्पतिवार दोपहर क्लास रूम में छात्रों के दोनों गुट भिड़ गए। इसके बाद छात्राएं भागकर बाहर चली गईं। काफी देर तक दोनों गुटों में हाथापाई होती रही।
मारपीट की जानकारी पर कुछ शिक्षक पहुंचे और छात्रों को अलग किया। मामले की जानकारी पर प्रिंसिपल पुष्पलता सिंह क्लास रूम में पहुंची और मारपीट कर रहे छात्रों को एक तरफ खड़ा किया।
वहीं, सामने की तरफ क्लास के बाकी छात्रों को खड़ा किया। विवाद में शामिल छात्रों को कुछ देर तक थप्पड़ों से पीटने के बाद संचालिका ने कर्मचारियों से हॉकी मंगाई। इसके बाद एक-एक कर छात्रों को धुनना शुरू कर दिया। यह देख अन्य छात्र सहम गए। इस दौरान कुछ छात्रों ने घटना का वीडियो बना लिया।
पुलिस ने कराया समझौता
घटना की जानकारी पर पीड़ित छात्रों के परिवारीजनों ने थाने पर तहरीर देकर प्रिंसिपल पर गंभीर आरोप लगाए। वहीं, प्रिंसिपल ने भी स्कूल की तरफ से एक तहरीर आरोपी छात्रों के खिलाफ दिलवा दी। पुलिस ने दोनों पक्षों को थाने बुलाया। प्रभारी निरीक्षक राजकुमार सिंह ने बताया कि दोनों पक्षों ने अपनी गलती मानी और एक दूसरे से माफी मांग ली। दोनों ने सुलह कर कार्रवाई न करने की मांग की। इसकी जानकारी उच्चाधिकारियों को भी दे दी गई थी।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
रजत पीजी कॉलेज के क्लास रूम में प्रिंसीपल द्वारा छात्रों की पिटाई का वीडियो भी बना गया। शुक्रवार सुबह से ही यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इसके बाद से यह मामला तूल पकड़ने लगा। इस संबंध में उच्चाधिकारियों ने चिनहट थाने से जानकारी मांगी। वहीं, शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने कॉलेज प्रशासन से इस वीडियो की हकीकत जानने के लिए जवाब-तलब किया है।
प्रबंधक ने किया प्रिंसिपल का बचाव
रजत डिग्री कॉलेज के प्रबंधक आरजे सिंह ने बताया कि छात्रों ने आपस में लड़ाई और गाली-गलौज की थी। प्रिंसिपल ने जब उनसे बात की तो छात्र हमलावर हो गया। यह सही है कि प्रिंसिपल का तरीका गलत था, लेकिन प्रिंसिपल ने खुद को बचाने के लिए यह किया। दोनों छात्रों ने अपनी गलती मानकर सुलह कर ली है। प्रिंसिपल से भी इस बारे में बात की गई है।
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