नई दिल्ली। पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दाम से कोई परेशानी न होने की बात कहने वाले केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने अपने बयान पर अफसोस जाहिर किया है. उन्होंने कहा कि जनता की भावनाएं आहत करने का मेरा कोई इरादा नहीं था और मैं माफी मांगता हूं.
मोदी कैबिनेट में समाज कल्याण एवं अधिकारिता मंत्री रामदास अठावले ने शनिवार को जयपुर में पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों पर प्रतिक्रिया दी थी. इस दौरान उन्होंने कहा था कि वह मंत्री हैं और उन्हें फोकट में पेट्रोल डीजल मिलता है, इसलिए उन्हें महंगे तेल से कोई परेशानी नहीं होती है. इस बयान पर विवाद होने के बाद अठावले ने स्पष्टीकरण दिया.
उन्होंने कहा, ‘मैं एक आम आदमी हैं, जो मंत्री बन गया है. जनता को क्या समस्याएं होती हैं, मैं जानता हूं. मैं सरकार का हिस्सा हूं और मैं मांग की है कि पेट्रोल-डीजल की कीमतें कम होनी चाहिएं.’
बयान के विवादित हिस्से पर उन्होंने सफाई देते हुए कहा, ‘पत्रकारों ने मुझसे सवाल किया था कि तेल के दाम बढ़ रहे हैं, आपको इससे कोई समस्या है? जवाब में मैंने कहा था कि मुझे कोई समस्या नहीं है क्योंकि मैं मंत्री हूं और हमें सरकारी वाहन मिलते हैं. लेकिन जनता को परेशानी का सामना करना पड़ता है, इसलिए तेल के दाम में कमी आनी चाहिए.’
रामदास अठावले ने कहा कि उन्होंने ऐसा किसी की भावनाएं आहत करने या जनता का मजाक बनाने के लिए नहीं कहा था. लेकिन अगर फिर भी जनता को इसका बुरा लगा तो मैं माफी मांगता हूं. बता दें कि तेल की कीमत में हर दिन इजाफा हो रहा है, जिसके चलते पेट्रोल-डीजल के रेट 90 और 80 तक छू रहे हैं. सरकार कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी को इसकी वजह बता रही है, तो वहीं विपक्ष इस मुद्दे पर मोदी सरकार को फेल करार दे रही है.