संयुक्त अरब अमीरात में खेले जा रहे एशिया कप में मैच फिक्सिंग को लेकर एक नई बात सामने आई है. आईसीसी एंटी करप्शन यूनिट के एक रिपोर्ट के मुताबित मैच फिक्सिंग में कई इंटरनेशनल स्टार क्रिकेटर और कप्तान के शामिल होने की आशंका जाहीर है.
एंटी करप्शन यूनिट ने अपनी रिपोर्ट में यह भी कहा है कि सबसे अधिक भारतीय बुकी मैच फिक्सिंग जैसे गतिविधियों में शामिल हैं. भारतीय बुकियों ने फिक्सिंग के जाल को इतना अधिक फैला रखा है कि आईसीसी को भी इन्हें पकड़ने में मुश्किलों का सामना करना पड़ा रहा है.
एंटी करप्शन यूनिट ने एक प्रजेंटेशन में बताया है की उनकी रडार में कुल आठ इंटरनेशनल क्रिकेटर हैं जो मैच फिक्सिंग में शामिल हो सकते हैं. इन आठ खिलाड़ियों में से पांच टीम के कप्तान भी हैं. ऐसे में यह मामला आईसीसी के सामने यह एक बड़ी चुनौती बनकर आयी है.
एंटी करप्शन सिक्योरिटी यूनिट के जनरल मैनेजर एलेक्स मार्शल ने इन आठ क्रिकेटरों के बारे में खुल कर कुछ बताने से इंकार कर दिया है. हलांकि उन्होंने इतना जरूर कहा है कि जो भी खिलाड़ी फिक्सिंग की गतिविधियों में शामिल है वह आईसीसी के फुल टाइम मेंबर देश के खिलाड़ी हैं.
एंटी करप्शन यूनिट ने कहा है कि बुकी के निशाने पर सबसे टीम के कप्तान होते हैं. टीम के कप्तान बहुत आसानी मैच के दौरान बुकी के अनुसार फील्ड में बदलाव, गेंदबाजी में बदलाव और प्लेइंग इलेवन में बदलाव जैसे गतिविधियों को अंजाम दे सकते हैं.
एलेक्स मार्शल ने कहा, ‘हम इस बात के लिए निश्चिंत हैं कि क्रिकेट में अब मैच फिक्सिंग जैसी चीजें नहीं रह गई है लेकिन बुकी अब दूसरे तरीके क्रिकेट में भ्रष्टाचार को फैला रहे हैं. बुकी सबसे अधिक स्पॉट फिक्सिंग जैसी घटनाओं को अंजाम देकर फिक्सिंग रहे हैं.’
एसीयू ने दावा किया है कि पिछले एक साल में आईसीसी ने फिक्सिंग के 32 मामलों की जांच पड़ताल की है जिसमें पांच प्रशासनिक अधिकारी भी शामिल हैं. वहीं एक साल 23 ऐसे मामले आए हैं जिसमें बुकी ने सीधे तौर पर खिलाड़ियों से संपर्क साधने की कोशिश की लेकिन खिलाड़ियों ने फौरन इस बात की जानकारी टीम मैनेजमेंट और एंटी करप्शन यूनिट को दी जो कि आईसीसी के लिए बहुत बड़ी सफलता है.