जयपुर। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर अक्सर महारानी की तरह व्यवहार करने का आरोप लगता है. लेकिन उनसे जुड़ी एक दिलचस्प घटना है जिसमें जनता द्वारा गंदे पेयजल की शिकायत पर वसुंधरा राजे स्वयं पानी की जांच करने के लिए टंकी पर चढ़ गईं थीं.
इंडिया टुडे वुमन समिट एंड अवार्ड्स कार्यक्रम में टीवी टुडे के न्यूज डायरेक्टर राहुल कंवल के मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के इंटरव्यू के दौरान दर्शक दीर्घा में बैठे राजस्थान बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष अशोक परनामी ने वसुंधरा से जुड़ी एक घटना का जिक्र किया.
अशोक परनामी ने कहा कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे महारानी तो हैं. लेकिन उनके द्वारा किए गए काम महारानियों जैसे नहीं है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने ‘सरकार आपके द्वार’ कार्यक्रम में गांव-गांव जाकर आम आदमी के हालात देखें और उनकी समस्याओं का समाधान वहीं करने का काम किया. एक घटना का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि जब लोगों ने शिकायत की कि यहां पानी साफ नहीं आता, तब मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने स्वयं पानी की टंकी पर चढ़कर देखा कि पानी कैसा है.
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने इस इंटरव्यू में हर सवालों पर अपनी राय बेबाकी से रखी. महारानी और सामंत होने के आरोप पर भी उन्होंने कहा कि सामंत होने का मतलब लोगों की परेशानी को अपनी परेशानी समझना है. लेकिन वक्त के साथ इसके मायने बदल दिए गएं और इसे खराब माना जाने लगा.
बुधवार को राजधानी जयपुर में इंडिया टुडे वुमन समिट एंड अवार्ड्स का आयोजन किया गया जिसमें मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कार्यक्रम में सम्मानित तमाम महिलाओं को उनके क्षेत्र में उपलब्धियों के लिए बधाई दी.
इस कार्यक्रम में डिस्कस थ्रोवर कृष्णा पूनिया ने शिरकत की. कृष्णा ने कहा कि यह देश का दुर्भाग्य है कि जबतक किसी खेल में कोई खिलाड़ी गोल्ड मेडल लेकर नहीं आता तबतक उसे सरकार की तरफ से कोई फंड या मदद नहीं मिलती है.
वहीं कार्यक्रम में एक्ट्रेस रत्ना शाह पाठक ने शिरकत की. रत्ना शाह ने बॉलीवुड और टेलीवीजन की दुनिया के बारे में अपनी बात रखी. एक्ट्रेस यामी गौतम ने आईएएस बनने के सपने से एक स्टार बॉलीवुड हिरोइन बनने की यात्रा के बारे में बताया.