कुछ वक्त पहले जब एशिया कप के शेड्यूल का ऐलान हुआ तब इस बात की बड़ी चर्चा थी कि इसमें भारत और पाकिस्तान के बीच फाइनल को मिलाकर कर तीन बार मुकाबले की गुंजाइश रखी गई हैं. भारत ने पहले ग्रुप स्टेज में फिर सुपर फोर के मुकाबले पाकिस्तान को मात दी तब भी दोनों देशों के बीच की राइवलरी को एंजॉय करने वाले फैंस को उम्मीद थी कि पाकिस्तान की टीम कोई करिश्मा करके फाइनल मे जगह बना लेगी और फाइनल फिर से भारत बनाम पाकिस्तान हो जाएगा.
पाकिस्तान की टीम कोई करिश्मा करने में तो नाकाम रही ही साथ अब फाइनल में भारत की भिड़ंत एक ऐसी टीम से होने जा रही है जिसे भारतीय फैंस भले ही अपनी टक्कर की टीम ना मानते हों लेकिन उस टीम के लिए भारत के भिड़ना एक किसी राइवलरी से कम नहीं है.
क्या बांग्लादेश दे पाएगा टक्कर!
बांग्लादेश ने पाकिस्तान को सुपर 4 राउंड के आखिरी मुकाबले में 37 रन से मात देकर टीम इंडिया को फाइनल में मात देने के अपने ख्वाब को पूरा करने का हक हासिल कर लिया. अब शुक्रवार को जब एशिया कप के फाइनल मुकाबले में टीम इंडिया और बांग्लादेश आमने सामने होंगी तब बांग्लादेशी खिलाड़ियों की तमन्ना हर हाल में भारत को मात देकर एशिया की बादशाहत की राइवलरी में उस स्पेस को भरने की होगी जो पाकिस्तान की टीम के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद खाली हुआ है.
बांग्लादेश की टीम ने भले ही एशिया कप में जोरदार कमबैक करते हुए फाइनल में जगह पक्की की हो लेकिन उसके लिए जोरदार फॉर्म में चल रही टीम इंडिया को टक्कर देना आसान काम नहीं होगा. भारतीय टीम ने हॉन्गकॉन्ग के खिलाफ पहले मुकाबले के बाद पूरे टूर्नामेंट में चैंपियन सरीखा प्रदर्शनन किया है. यह और बात है कि भारत को अफगानिस्तान के खिलाफ मुकाबला टाइ खेलना पड़ा लेकिन उसमें पांच-पांच मुख्य खिलाड़ियों को आराम दिया गया था.
बेहद मजबूत है टीम इंडिया
कप्तान रोहित शर्मा शिखर धवन की सलामी जोड़ी भारतीय टीम की सबसे बड़ी ताकत है. दोनों में से एक बल्लेबाज को भी 40 ओवर तक टिके रहना लंबे स्कोर की गारंटी है. अंबाती रायुडू और दिनेश कार्तिक भी जहां अपनी उपयोगिता साबित कर चुके हैं तो वहीं धोनी और केदार जाधव भी वक्त पड़ने पर मैच जिताऊ पारी खेलने का माद्दा रखते हैं. अफगानिस्तान के खिलाफ रवींद्र जडेजा ने बल्ले से भी अपनी उपयोगिता सबित कर दी है.
वहीं दूसरी ओर भारत की गेंदबाजी भी बल्लेबाजी की ही तरह बेहद संतुलित नजर रही है. हार्दिक पांड्या के बाहर होने के बाद कप्तान रोहित के पास भुवनेश्वर और जस्प्रीत बुमराह ही तेज गेंदबाजी के विकल्प बचते हैं लेकिन रोहित ने इन दोनों का इस्तेमाल बखूबी किया है. यही वजह है कि हमें पहले पावर प्ले में फिरकी अटैक देखने को मिल जाता है.
वहीं दूसरी ओर बांग्लादेश की सबसे बड़ी ताकत उसकी टीम का जुझारूपरन है. कागज पर तो यह टीम कहीं भी भारत को टक्कर देती नजर नहीं आती है लेकिन यह टीम एकजुट होकर टीम इंडिया के इससे पहले कई बार पसीने छुड़ा चुकी है.
बात अगर आंकड़ों की हो तो उसमें टीम इंडिया का पलड़ा भारी दिखाई देता है. भारत और बांग्लादेश के बीच अबतक कुल 9 नॉक आउट मुकाबले हुए हैं जिनमें से आखिरी आठ बार भारत ने ही जीत दर्ज की है. भारत र बांग्लादेश के बीच अबतक कुल 34 मुकाबले हुए हैं जिनमें से भारत ने 28 और बांग्लादेश ने पांच मुकाबले जीते हैं. एक मैच बेनतीजा रहा है.