Friday , November 1 2024

जिम्नास्टिक वर्ल्ड चैंपियनशिप : राकेश पात्रा ने ट्रायल का किया बहिष्कार, दीपा फिटनेस कारणों से रही बाहर

नई दिल्ली। चयन के अजीबोगरीब मानदंडों से त्रस्त भारतीय जिम्नास्ट राकेश पात्रा ने 48वीं कलात्मक विश्व चैम्पियनशिप के ट्रायल में भाग नहीं लिया, जबकि दीपा करमाकर भी फिटनेस कारणों से बाहर रहीं. जिम्नास्ट उस समय हैरान रह गए जब साइ के निर्देशों का उन्हें पता चला कि उन्हें चयन के लिए अपने व्यक्तिगत वर्ग की बजाय ऑल राउंड रूटीन परफॉर्म करना होगा. राकेश पात्रा ने कहा कि ट्रायल के एक दिन पहले तक भारत के मुख्य कोच जी एस बावा को इन मानदंडों का पता नहीं था. शनिवार को आई जी स्टेडियम पर कुछ जिम्नास्टों के ट्रायल के अपने वर्ग का ट्रायल देने के बाद इसका ऐलान किया गया.

पात्रा ने कहा, ”एक दिन पहले मैने जी एस बावा से पूछा लेकिन उन्होंने कहा कि उन्हें कुछ नहीं पता . आज ट्रायल हुए और कुछ जिम्नास्टों के परफार्म करने के बाद इस मानदंड के बारे में बताया गया.”

तुर्की में विश्व चैलेंज कप, मेलबर्न विश्व कप और गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेल में मामूली अंतर से पदक से चुके पात्रा ने कहा, ”मैंने तोक्यो ओलंपिक के लिए अपने ही वर्ग पर फोकस कर रहा था. यहां चयन दूसरे वर्ग के आधार पर हो रहा है जिसमें पदक की संभावना नहीं है और इसी वजह से मैं ट्रायल में नहीं आ रहा हूं.”

महिला ट्रायल में प्रणति दास और अरूणा रेड्डी शीर्ष रही जिसमें 16 जिम्नास्टों ने भाग लिया. पुरूष वर्ग में 16 जिम्नास्टों में आदित्य राणा और गौरव कुमार पहले दो स्थानों पर रहे.

वर्ल्ड चैंपियनशिप के लिए साइ की चयन प्रक्रिया से जिमनास्ट परेशान
कलात्मक जिमनास्टिक विश्व चैम्पियनशिप में भाग लेने के लिए आयोजित किए गए ट्रायल में पहुचें भारतीय जिमनास्टों को भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) के उस निर्देश ने परेशानी में डाल दिया जिसमें कहा गया कि चयन के लिए खिलाड़ियों को उनके व्यक्तिगत स्पर्धा की जगह ऑल राउंड जिमनास्टिक में खुद को साबित करना होगा. दोहा में होने वाले इस टूर्नामेंट के 48वें सत्र में भारतीय खिलाड़ियों के भाग लेने पर बना संशय पिछले सप्ताह उस समय खत्म हुआ जब साइ ने इसके लिए 29 और 30 सितंबर को ट्रायल करने का फैसला किया. जिमनास्टों उस समय हैरान रह गए जब उन्हें पता चला कि उनका चयन ऑल राउंड जिमनास्टिक के प्रदर्शन के आधार पर होना है. पुरूषों के ऑल राउंड जिमनास्टिक में छह स्पर्धाएं होती है जबकि महिलाओं के आल राउंड में चार स्पर्धाएं होती है.

भारतीय जिमनास्टिक फेडरेशन (जीएफआई) के उपाध्यक्ष रियाज अहमद भाटी भी शुक्रवार को साइ का ईमेल देख कर चौक गये जिसमें कौशिक बेदीवाला के स्थान पर उन्हें चयन समिति में शामिल किया गया है.उन्होंने कहा, ”साइ ने चयन समिति में मेरा नाम भी शामिल किया है. मुझे से बिना पूछे ही इतने कम समय में चयन समिति में शामिल कर लिया गया है. यह गलत है.”

ट्रायल के लिए आए कई खिलाड़ी दिल्ली में अपने खर्चे पर रह रहे हैं, क्योंकि साइ ने उन्हें बोर्डिंग सुविधा देने से मना कर दिया है. कुछ खिलाड़ी इंदिरा गांधी परिसर में खुद के खर्चे पर रह रहे हैं. भारतीय जिमनास्ट ऐसी रिपोर्ट आने के बाद परेशानी में घिर गए थे कि खेल मंत्रालय ने बुल्गारिया में विश्व चैम्पियनशिप के लिए टीम को मंजूरी देने से इनकार कर दिया था क्योंकि भारतीय जिमनास्टिक महासंघ को मान्यता प्राप्त नहीं है और राष्ट्रीय खेल संहिता के अनुसार वह निलंबित है.

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