जकार्ता (इंडोनेशिया)। इंडोनेशिया के सुलावेसी द्वीप में आए ताकतवर भूकंप और इससे पैदा हुई सुनामी की चपेट में आने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 832 हो गई है. रविवार को एक आपदा प्रबंधन एजेंसी ने यह जानकारी दी. अब तक सभी मौतें पालू शहर में दर्ज की गई. दो दिन पहले यहां 1.5 मीटर ऊंची लहरें उठी थी और पानी द्वीप के भीतर घुस आया था. पालू के उत्तर में स्थित डोंग्गला क्षेत्र में 11 लोगों के मारे जाने की सूचना मिली है.
इसी बीच, भूकंप-सुनामी से सबसे अधिक प्रभावित पालू शहर में राहत एवं बचाव कर्मियों के पहुंचने का सिलसिला जारी है. इस आपदा में जीवित बचे लोग मृतकों के शव बरामद करने में अधिकारियों की मदद कर रहे हैं. इंडोनेशिया की सरकारी न्यूज एजेंसी ‘अंतारा’ ने राष्ट्रीय आपदा एजेंसी के प्रमुख के हवाले से पालू में मारे गए लोगों का ताजा आंकड़ा बताया.
अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि 7.5 तीव्रता के भूकंप और सुनामी में पांच-पांच फुट ऊंची उठी लहरों की चपेट में आए हताहतों की संख्या ‘‘बढ़ रही है’’, क्योंकि अब सुदूर इलाकों से नुकसान की सूचनाएं मिल रही हैं.
एजेंसी के एक प्रवक्ता ने कहा कि कम से कम 540 लोग बुरी तरह घायल हुए हैं. अस्पतालों को बड़ी संख्या में भर्ती किए जा रहे घायलों के इलाज में काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है.
इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो ने कहा कि क्षेत्र में सेना को बुलाया गया है ताकि वह पीड़ितों तक पहुंचने और शवों को तलाशने में खोज एवं बचाव टीमों की मदद कर सके. कुछ सरकारी विमान राहत सामग्री लेकर पालू के प्रमुख हवाई अड्डे तक पहुंचे हैं, लेकिन अधिकारियों का कहना है कि अगले कुछ दिनों तक यह हवाई अड्डा वाणिज्यिक उड़ानों के लिए बंद रहेगा.
शुक्रवार की शाम को समुद्र तट पर जश्न की तैयारी में जुटे लोग लापता बताए जा रहे हैं. उनके बारे में अब तक कोई जानकारी नहीं मिलने से चिंता की स्थिति बनी हुई है. करीब साढ़े तीन लाख की आबादी वाले पालू में शुक्रवार को सुनामी की चपेट में आने से मारे गए लोगों के शव समुद्र तट पर नजर आ रहे हैं.