नई दिल्ली। रूस और भारत की दोस्ती के इतिहास में शुक्रवार को एक नया अध्याय जुड़ने जा रहा है. अपनी भारत यात्रा पर राष्ट्रपतिव्लादिमीर पुतिन शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे. इस मुलाकात में भारत और रूस के बीच S-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम की डील फाइनल होनी है.
रूस, भारत का पुराना दोस्त है. इस लिहाज से उसकी तरफ से मिलने वाले इस तोहफे पर भारत भी रिटर्न गिफ्ट देगा. भारत रूस को मेक इन इंडिया के तहत बने 3 Mig-21 लड़ाकू विमान तोहफे में देगा. इन तीन विमानों में 1 टाइप 75 और दो टाइप 77 एयरक्राफ्ट हैं.
क्यों दे रहा भारत ये रिटर्न गिफ्ट?
दरअसल, 1963 में जब भारत को कुछ लड़ाकू विमानों की जरूरत थी, तब अमेरिका और ब्रिटेन ने उसकी मदद करने इंकार कर दिया था. उस दौरान सोवियत संघ (अब रूस) ने भारत की मदद की थी और मिग-21 हमें सौंपे थे. अब भारत इन विमानों को मेक इन इंडिया के तहत अपग्रेड करके रूस को दे रहा है.
बता दें कि रूस भारत को Mig-21 बनाने की तकनीक देता आया है, जिसे भारत ने मेक इन इंडिया के तहत डेवलेप किया है.
गौरतलब है कि 19वें भारत-रूस शिखर सम्मेलन के दौरान दोनों नेता रूसी रक्षा कंपनियों पर अमेरिकी प्रतिबंध की पृष्ठभूमि में द्विपक्षीय रक्षा संबंधों की भी समीक्षा कर सकते हैं. पुतिन की इस यात्रा में सबसे बड़ी बात S-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम पर करार है. यह करार पांच अरब डॉलर यानी तकरीबन 37 हजार करोड़ रुपये से भी ज्यादा का है.