लखनऊ। समाजवादी पार्टी (SP) की पूर्व प्रवक्ता और सोशल ऐक्टिविस्ट पंखुड़ी पाठक पर अलीगढ़ जिले के अतरौली में हमला हुआ है. शनिवार को उन पर यह हमला उस समय किया गया, जब वो पुलिस एनकाउंटर में मारे गए मुस्तकीम और नौशाद के परिजनों से मिलने जा रही थीं.
पंखुड़ी पाठक का आरोप है कि हमला करने वाले बजरंग दल के लीडर और कार्यकर्ता थे. उन्होंने फेसबुक लाइव कर बताया, ‘हम लोगों पर अलीगढ़-अतरौली में हमला हुआ है. हम लोग किसी तरह अपनी जान बचाकर वहां से निकले हैं. पंखुड़ी पाठक ने फेसबुक पर घटनास्थल के कई वीडियो भी पोस्ट किए हैं.
एक फेसबुक वीडियो में उनकी गाड़ी के शीशे टूटे हुए नजर आ रहे हैं. पंखुड़ी पाठक का आरोप है कि उनकी गाड़ी पर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने पत्थर और लाठी-डंडों से हमला किया. उन्होंने कहा, ‘बजरंग दल के कार्यकर्ता हमको जान से मार डालना चाहते थे. यह हमला प्री-प्लान्ड था.’ उन्होंने मामले में कार्रवाई नहीं करने पर पुलिस को भी कठघरे में खड़ा किया. पंखुड़ी ने मामले की शिकायत सूबे के डीजीपी से करने की बात कही है.
इससे पहले जब पंखुड़ी पाठक नौशाद के परिजनों से मिलने जा रही थीं, तब उन्होंने फेसबुक पर पोस्ट किया, ‘मैं नौशाद और मुस्तकीम के परिवार से मिलने जा रही हूं और अतरौली के रास्ते पर हूं. हमको पता चला है कि उनके घरों को बजरंग दल के गुंडों ने घेर लिया है, ताकि हम उनसे मिल न पाएं. अगर हम पर आज हमला होता है, तो सबको पता होना चाहिए कि जिम्मेदार कौन है?’
वहीं, जब पंखुड़ी से पूछा गया कि नौशाद और मुस्तकीम कई हत्याओं के आरोपी थे, तो आप उनके परिजनों से क्यों मिलना चाहती हैं, तो उन्होंने कहा, ‘उनके एनकाउंटर पर कई सवाल उठे थे. यह फेक एनकाउंटर था. उस केस में भी जो लोग थे, उनका कहना था कि ये लोग आरोपी नहीं थे, इन्हें गलत मारा गया है.’
उऩ्होंने कहा, ‘ये अपने परिवार में इकलौते कमाने वाले थे. इनकी मौत से परिवार की हालत खराब हो गई है, जिसके चलते मैं इनके परिजनों से मिलना चाहती थी.’ आपको बता दें कि मुस्तकीम और नौशाद को पुलिस एनकाउंटर में मार गिराया गया था. इन पर छह लोगों की हत्या का आरोप था. इनको साधुओं की हत्या में भी शामिल बताया जा रहा है.