राजकोट। अपने टेस्ट करियर का शतकीय पारी के साथ शानदार आगाज करने वाले मुंबई के 18 वर्षीय क्रिकेटर पृथ्वी शॉ ने पहले ही मैच में कई बड़ी उपलब्धियां भी हासिल कर ली हैं। पृथ्वी शॉ अपने पदार्पण टेस्ट मैच में ही ‘प्लेयर आॅद द मैच’ अवॉर्ड से नवाजे जाने वाले भारत के छठे क्रिकेटर बन गए हैं। उनसे पहले प्रवीण आमरे, आरपी सिंह, आर अश्विन, शिखर धवन और रोहित शर्मा यह उपलब्धि हासिल कर चुके हैं। इसके साथ ही पृथ्वी टेस्ट क्रिकेट में ‘मैन आॅफ द मैच’ अवॉर्ड से नवाजे जाने वाले तीसरे सबसे कम उम्र (18 साल 331 दिन) के भारतीय क्रिकेटर बन गए हैं। उनसे पहले सचिन तेंदुलकर ने टेस्ट क्रिकेट में अपना पहला ‘मैन आॅफ द मैच’ अवॉर्ड 17 साल 107 दिन और टीम इंडिया के वर्तमान कोच रवि शास्त्री ने 18 साल 290 दिन की उम्र में हासिल किया था।
पृथ्वी ने अपने पदार्पण टेस्ट मैच में हासिल की कई उपलब्धियां
गौरतलब है कि पृथ्वी शॉ ने वेस्टइंडीज के खिलाफ राजकोट टेस्ट मैच से अपने करियर का आगाज किया और पहले ही मैच में 134 रनों की शानदार शतकीय पारी खेल दी। इसके साथ ही टेस्ट डेब्यू में सेंचुरी जड़ने के मामले में पृथ्वी शॉ भारत के सबसे कम उम्र के बल्लेबाज भी बन गए। सबसे कम उम्र में टेस्ट शतक जड़ने के मामले में वह सचिन तेंदुलकर के बाद भारत के दूसरे क्रिकेटर बन गए हैं। उन्होंने अपना शतक सिर्फ 99 गेंदों में पूरा किया। अपनी इस पारी के दौरान पृथ्वी ने 154 गेंदों का सामना किया और 19 चौके लगाए। डेब्यू टेस्ट मैच में सबसे कम गेंदों पर शतक लगाने के मामले में शॉ तीसरे नंबर पर हैं। शिखर धवन ने 85 गेंद, ड्वेन स्मिथ ने 93 गेंद और शॉ ने 99 गेंद पर डेब्यू टेस्ट सेंचुरी जड़ी।