नई दिल्ली। बहुचर्चित राफेल लड़ाकू विमान डील विवाद अभी पूरी तरह से थमा नहीं है. एक बार फिर इस मसले पर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई है. सोमवार को दायर की गई इस याचिका पर सर्वोच्च अदालत आज ही सुनवाई करेगी.
वकील विनीत ढांडा ने याचिका दायर करते हुए मांग की है कि फ्रांस और भारत के बीच आखिर क्या समझौता हुआ है उसे सार्वजनिक किया जाए. इसके अलावा मांग की गई है कि राफेल की वास्तविक कीमत भी सभी को बताया जाए.
बता दें कि इससे पहले भी एक और याचिका दायर की गई थी, जिसपर 10 अक्टूबर को सुनवाई होनी है. पिछली सुनवाई याचिकाकर्ता की तबीयत खराब होने के कारण टल गई थी.
गौरतलब है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की अगुवाई में विपक्षी पार्टियां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेरने में जुटी हुई हैं. राहुल गांधी लगातार इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री की चुप्पी पर सवाल उठा रहे हैं.
क्या हैं कांग्रेस के आरोप?
राहुल गांधी और कांग्रेस पिछले कई महीनों से यह आरोप लगाते आ रहे हैं कि मोदी सरकार ने फ्रांस की कंपनी दसाल्ट से 36 राफेल लड़ाकू विमान की खरीद का जो सौदा किया है, उसका मूल्य पूर्ववर्ती यूपीए सरकार में विमानों की दर को लेकर जो सहमति बनी थी उसकी तुलना में बहुत अधिक है. इससे सरकारी खजाने को हजारों करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है. पार्टी ने यह भी दावा किया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सौदे को बदलवाया और एचएएल से ठेका लेकर रिलायंस डिफेंस को दिया गया.