नई दिल्ली। एआईबी ने सेक्सुअल हैरेसमेंट के आरोपों में घिरे गुरसिमरन खंबा को अस्थायी छुट्टी पर भेजने का फैसला लिया है और फाउंडर तन्मय भट्ट मामले के क्लियर होने तक एआईबी की रोज की एक्टिविटीज से हर तरह से अलग रहेंगे. कंपनी ने सोमवार को यह घोषणा की.
लेखक-कॉमेडियन उत्सव चक्रबोर्ती, खंबा पर सीधे तौर पर यौन दुव्यर्वहार के आरोप हैं, जबकि तन्मय उनके (आरोपियों के) खिलाफ कदम ना उठाने को लेकर निशाने पर हैं.
एआईबी की एचआर हेड विधि जोटवानी ने कहा कि रोहन जोशी और आशीष शाक्य जो अपने ‘रोस्ट’ और ‘सटायर’ को लेकर काफी लोकप्रिय हुए हैं उनके साथ-साथ कंपनी के भविष्य को लेकर अनिश्चितताएं उत्पन्न हो गई हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘ईमानदारी से, हमें नहीं पता कि एआईबी के भविष्य के संबंध में इसके क्या मायने हैं या वह (भविष्य) बचा भी है या नहीं. आशीष शाक्य, रोहन जोशी और टीम के अन्य वरिष्ठ सदस्य अगले कई महीनों में इस सवाल का जवाब देने में सक्षम होने की दिशा में काम करेंगे.’’ बयान में कहा गया कि भट्ट कंपनी के नियमित कामकाज में हिस्सा नहीं लेंगे.
कंपनी के ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट पर जारी किए गए बयान में कहा गया, ‘‘सोशल मीडिया पर एआईबी और हमारे को-फाउंडर और सीईओ तन्मय भट्ट के खिलाफ लगाए जा रहे आरोपों की हम निकटता से निगरानी कर रहे हैं. हम तन्मय की भूमिका की अनदेखी नहीं कर सकते इसलिए आगे कोई नोटिस मिलने तक वह एआईबी से हट रहे हैं.’’
उसने कहा, ‘‘इसका मतलब है कि तन्मय एआईबी के दिन-प्रतिदिन कार्यों में किसी अन्य तरीके से शामिल नहीं होंगे.’’बयान में खंबा के लिए कहा गया कि एक संगठन के तौर पर, हमारा मानना है कि मामले पर स्पष्टता मिलने तक गुरसिमरन खंबा को अस्थाई छुट्टी पर भेजना उचित होगा.
एआईबी ने पिछले सप्ताह बयान जारी करते हुए चक्रबोर्ती की निंदा की थी और भविष्य में उनके साथ काम ना करने की बात कही थी.