नई दिल्ली। टीवी एक्टर आलोक नाथ पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाने वालीं प्रोड्यूसर विनता नंदा ने ‘आज तक’ से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने बताया कि महिलाओं का चुप रहना खतरनाक है. विनता ने कहा, “सालों बाद अपनी बात सुनाकर मैं खुद को फ्री महसूस कर रही हूं. चुप्पी खतरनाक है. सभी महिलाएं चुप्पी तोड़ें और इसके खिलाफ आगे आएं.” तनुश्री को अपनी प्रेरणा मानने वालीं विनता आलोक नाथ के साथ काम कर चुकी हैं.
विनता ने ‘तारा’ जैसे शो के लिए काम किया. सोमवार रात फेसबुक पर लंबी पोस्ट में आलोक नाथ का नाम लिए बिना संगीन आरोप लगाए थे. बाद में उन्होंने स्वीकार किया कि जिस संस्कारी शख्स के बारे में वह बात कर रही थीं वो आलोक नाथ ही थे. इंडिया टुडे द्वारा एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में विनता ने अपनी भावनाएं व्यक्त कीं.
विनता ने कहा- “वैसे तो बहुत सारी चीजें थीं, मगर तनुश्री दत्ता इसका एक बड़ा उदाहरण हैं. इसके बाद एक ख्याल ये भी था कि अगर अभी नहीं बताया तो फिर कब बताऊंगी. अगर मैं इसे अपने तक रखती तो इसी सत्य को मन में दबाए मर जाती. इसके बाद मीटू का जो वातावरण देशभर में फैला है, ये मेरे लिए इस सच को जाहिर करने का सबसे बेहतर जरिया सिद्ध हुआ. ”
जब उनसे पूछा गया कि 18 साल पुराने मामले पर वे अब तक चुप क्यों रहीं? इस पर उन्होंने कहा- “उस समय तक मैं डरी हुई थी. मेरे परिवार वालों और साथियों ने कहा कि मेरे लिए चुप रहना ही बेहतर है. उस समय आलोक नाथ काफी सक्रिय थे और एक बड़ा नाम थे. मैं टूट कर बिखर गई और डिप्रेशन में चली गई. एक दिन आलोक नाथ ने मुझे अपने घर बुलाया और धमकाया. इसके बाद मैंने रिजाइन कर दिया और उस दिन के बाद उनसे कभी नहीं मिली. मैं उनसे अब मिलना भी नहीं चाहती.”
विनता ने कहा- “जब सब लोग अपने-अपने काम में लग गए, तब मैंने फिर से मीडिया से बात की. पर इसका कोई खास असर नहीं हुआ. मेरा करियर लगभग खत्म हो चुका था. इसके बाद मैंने सोशल मीडिया पर लिखना शुरू किया. मैंने ACEE नाम की कंपनी बनाई. भविष्य के बारे में उन्होंने कहा कि मुझे नहीं पता कि अब आगे क्या होने वाला है. मीडिया और लोगों ने मेरा सपोर्ट किया और ये मेरे लिए एक प्रेरणा है.”