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INDvsWI: जानिए कौन रहे टीम इंडिया की जीत में 5 हीरो, किनसे बढ़ गईं हैं उम्मीदें

हैदराबाद। वेस्टइंडीज के खिलाफ  टीम इंडिया की  दो टेस्ट मैचों की सीरीज में जीत कई भारतीय क्रिकेट के लिए कई मायनों में खास है. भारतीय टीम ने सीरीज का दूसरा मैच भी तीसरे दिन ही जीत कर दो टेस्ट मैचों की सीरीज 2-0 से जीत ली और दूसरी बार वेस्टइंडीज को भारत में ही क्लीन स्वीप कर दिया. सीरीज के दूसरे मैच में दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक लग रहा था कि मैच पांच दिन तक खिंच जाएगा लेकिन तीसरे दिन 16 विकेट गिरे और टीम इंडिया ने सीरीज अपने नाम कर ली. इससे पहले राजकोट में भी टीम इंडिया ने तीसरे दिन ही जीत दर्ज की थी.

वेस्टइंडीज ने टीम इंडिया को दूसरे दिन के 4 विकेट पर 308 रन के स्कोर के बाद केवल 367 रनों पर रोका लेकिन टीम इंडिया ने मेहमान टीम की दूसरी पारी 127 रनों पर ही समेट कर अपनी जीत सुनिश्चित कर ली. जीत के लिए जरूरी 72 रन टीम इंडिया की सलामी जोड़ी पृथ्वी शॉ और केएल राहुल ने 16.1 ओवर में हासिल कर लिए और मैच तीसरे दिन ही खत्म कर दिया. इस सीरीज में जीत के 5 खास हीरो रहे.

1     पृथ्वी शॉ ने बनाए सबस ज्यादा रन
पृथ्वी शॉ इस सीरीज में टीम इंडिया के नए हीरो बने. शॉ ने राजकोट टेस्ट में अपनी पहली टेस्ट पारी में शानदार शतक लगाया और सीरीज में सबसे ज्यादा 237 रन बनाए.उनके राजकोट टेस्ट के शतक की चर्चा काफी हुई और उससे ज्यादा इस बात के लिए उनकी तारीफ हुई कि उन्होंने तेजी से रन बनाते हुए केवल 99 गेदों पर शतक लगाया. इसके बाद हैदराबाद टेस्ट में भी शॉ ने पहली पारी में तेज 70 रनों की पारी खेलकर टीम इंडिया को मजबूत शरुआत दिलाई और दूसरी पारी में नाबाद 33 रन बनाकर टीम इंडिया की 10 विकेट से जीत सुनिश्चित की. शॉ टीम इंडिया के लिए टेस्ट में विनिंग शॉट लगाने वाले सबसे कम उम्र के बल्लेबाज भी बने. शॉ अपने पहल टस्ट में मैन ऑफ द मैच और पहली सीरीज में मैन ऑफ द सीरीज बने.

2    उमेश यादव के दस शानदार विकेट
उमेश यादव ने राजकोट टेस्ट में कोई प्रभावी प्रदर्शन नहीं किया था. वे इस टेस्ट में केवल एक विकेट ले सके थे, लेकिन हैदराबाद में पहली पारी में 6 विकेट और दूसरी पारी में चार विकेट लेकर उन्होंने अपने टेस्ट करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और टीम इंडीया की जीत तीसरे दिन ही सुनिश्चित कर दी. उमेश ने पहली पारी में वेस्टइंडीज के अंतिम तीन विकेट तेजी गिराए और उसके बाद दूसरी पारी में स्पिनर्स के बीच अपनी शानदार गेंदबाजी जारी रखते हुए अपने नाम मैच के 10 विकेट कर लिए. उमेश भारत में ही 10 विकेट लेने वाले चौथे तेज गेंदबाज रहे.

3     ऋषभ पंत की आतिशी पारियां
इस सीरीज में पृथ्वी शॉ के बाद सबसे ज्यादा प्रभावित किया ऋषभ पंत ने. राजकोट टेस्ट में पंत की पारी तीन शतकों के बीच छिप सी गई थी क्योंकि वे उस पारी में केवल 92 रन बनाकर आउट हो गए थे. हैदराबाद में भी पहली पारी में वे 92 रन बनाकर ही आउट हुए और शतक से चूके, लेकिन यह टीम इंडिया के लिए सबसे बड़ी पारी रही. पंत ने रहाणे के साथ टीम इंडिया को अपने ही अंदाज में खेलते हुए संकट से उबारा. पंत एकमात्र ऐसे भारतीय खिलाड़ी हैं जो लगातार दो बार 92 रन पर ही आउट हुए. उनसे पहले राहुल द्रविड़ लगातार 92 और 93 के स्कोर पर आउट हुए थे. इसके बावजूद पंत के खेलने का अंदाज लोगों को काफी भा गया. उन्होंने इंग्लैंड दौरे में भी शानदार प्रदर्शन किया था.

4     रवींद्र जडेजा का आलराउंड प्रदर्शन
रवींद्र जडेजा राजकोट टेस्ट में शतक बनाने के साथ ही गेंदबाजी में भी छाए थे उन्होंने राजकोट में पहली पारी में एक तो दूसरी पारी में तीन विकेट लिए थे. इस तरह उन्होंने अपनी ऑलराउंडर होने की भूमिका पूरी तरह से निभाई थी और अपने चयन को साबित भी किया था. इसके बाद हैदराबाद टेस्ट में जडेजा भले ही शून्य पर आउट हुए हों लेकिन गेंद से अपनी अहमियत में उन्होंने कमी नहीं आने दी. हैदराबाद टेस्ट की पहली पारी में में जडेजा कोई विकेट भी हासिल नहीं कर सके लेकिन दूसरी पारी में उन्होंने तीन खास विकेट लिए. उन्होंने वेस्टइंडीज के लिए दूसरी पारी में सबसे बड़ी साझेदारी बनाने वाले कप्तान होल्डर और सुनील एम्ब्रिस को विकेट लेकर मेहमान टीम की पारी 127 रनों पर ही समेटने में बड़ी भूमिका निभाई. जडेजा को चोटिल ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या की जगह टीम में मौका मिला था.

5     विराट कोहली की कप्तानी
वैसे तो हैदराबाद टेस्ट में विराट कोहली बड़ी पारी खेलने में नाकाम रहे, लेकिन राजकोट टेस्ट में टीम इंडिया के लिए सबसे ज्यादा 139 रनों की अहम पारी और फिर हैदराबाद में 45 रनों की पारी खेलकर टीम इंडिया को कुछ हद तक मुसीबत से निकालने में विराट का खासा योगदान रहा. टीम का मध्य क्रम उन्हीं के जिम्मे है. विराट ने बल्ले के अलावा कप्तानी में भी प्रभावी फैसले लिए. शार्दुल ठाकुर के चोटिल होने पर गेंदबाजी में नाजुक मौकों पर सही बदलाव का ही नतीजा था कि वेस्टइंडीज टीम दूसरी पारी में जल्द बिखर सकी और टीम इंडिया को तीसरे दिन ही जीत मिल सकी.

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