नई दिल्ली। यौन उत्पीड़न के आरोपों का सामना कर रहे बीसीसीआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) राहुल जोहरी सिंगापुर मेंआईसीसी की होने वाली मीटिंग में हिस्सा नहीं ले पाएंगे.
राहुल को रविवार तक अपने ऊपर लगे आरोपों की सफाई देनी थी. लेकिन वे ऐसा न कर सके. प्रशासकों की समिति (सीओए) ने आरोपों पर सफाई के लिए उन्हें और वक्त देने की उनकी गुजारिश ठुकरा दी. सीओए प्रमुख विनोद राय ने बताया कि बीसीसीआईके कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौधरी बैठक में बोर्ड की ओर से शामिल होंगे.
बैठक सिंगापुर में 16 से 19 अक्टूबर को होनी है. राय ने कहा, ‘राहुल ने अपना पक्ष रखने के लिए 14 दिन का समय मांगा था क्योंकि उन्होंने कहा था कि वह अपनी विधिक टीम के साथ काम कर रहे हैं और क्योंकि उन्हें सिंगापुर में 16-19 अक्टूबर तक होने वाली आईसीसी की बैठक में हिस्सा लेना है.’
उन्होंने कहा, ‘हालांकि, मैंने राहुल से साफ तौर पर कहा कि मैं इस मुद्दे को 14 दिन तक खींचने नहीं दे सकता क्योंकि इससे बीसीसीआई के ऑफिस पर असर पड़ेगा. चूंकि, वह अब अपने वकीलों के साथ चर्चा करना चाहते हैं, मैंने उन्हें आईसीसी बैठक से छूट की इजाजत दे दी.’ चौधरी पहले ही सिंगापुर पहुंच चुके हैं.
क्या था पूरा मामला?
दरअसल, एक महिला पत्रकार ने जोहरी पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है. जोहरी 2016 से ही बीसीसीआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी पद पर कार्यरत हैं.
महिला ने जोहरी पर आरोप लगाया कि, ‘मेरी राहुल जोहरी से जॉब के सिलसिले में मुलाकात हुई थी. हम दोनों एक कॉफी शॉप में मिले थे और तब वो नौकरी के बदले मुझसे कुछ चाहते थे.’
बीसीसीआई का सीईओ बनने से पहले राहुल जोहरी डिस्कवरी नेटवर्क एशिया पेसिफिक के एग्जीक्यूटिव वाइस प्रेसीडेंट और जनरल मैनेजर (साउथ एशिया) के तौर पर कार्यरत थे. महिला ने आरोप लगाया है कि नौकरी के इंटरव्यू के बहाने वह उसे अपने घर ले गए थे.
शेयर की गई आपबीती के मुताबिक राहुल जोहरी उस महिला को उस वक्त अपने घर ले गए, जब उनकी पत्नी वहां नहीं थी. जौहरी की हरकत के आगे वह बेबस थी. वह बताती है कि ‘शर्मनाक घटना’ का बोझ लिए आज भी घूम रही है. लोक लाज के डर से ये बात अब तक छुपाए रखी. लेकिन… इसमें मेरी कोई गलती नहीं है.