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अकबर का इस्तीफा: प्रिया रमानी ने कहा, ‘हम सही साबित हुए,अब कोर्ट से इंसाफ का इंतजार’

नई दिल्ली। यौन शोषण के आरोपों में घिरे विदेश राज्य मंत्री एम जे अकबर ने बुधवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया. उनके इस्तीफे के बाद उन पर यौन शोषण के आरोप लगाने वाली पत्रकार प्रिया रमानी ने कहा कि अकबर के इस्तीफे से महिला के तौर पर हम सही साबित होते हैं. मैं उस दिन का इंतजार कर रही हूं जब मुझे कोर्ट से इंसाफ मिलेगा. बता दें रमानी ने हाल ही में भारत में जोर पकड़े ‘मी टू’ अभियान के तहत उनके खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे.

इससे पहले मंगलवार को ‘द एशियन एज’ अखबार में काम कर चुकीं 19 महिला पत्रकार अपनी सहकर्मी प्रिया रमानी के समर्थन में सामने आई थी. इन महिला पत्रकारों ने एक संयुक्त बयान में रमानी का समर्थन करने की बात कही और अदालत से आग्रह किया कि अकबर के खिलाफ उन्हें सुना जाए. उन्होंने दावा किया कि उनमें से कुछ का अकबर ने यौन उत्पीड़न किया तथा अन्य इसकी गवाह हैं.

Priya Ramani says  I look forward to the day when I will also get justice in court
                                              प्रिया रमानी द्वारा किया गया ट्वीट

पत्रकारों ने अपने हस्ताक्षर वाले संयुक्त बयान में कहा,‘रमानी अपनी लड़ाई में अकेली नहीं है. हम मानहानि के मामले में सुनवाई कर रही माननीय अदालत से आग्रह करते हैं कि याचिकाकर्ता के हाथों हममें से कुछ के यौन उत्पीड़न को लेकर तथा अन्य हस्ताक्षरकर्ताओं की गवाही पर विचार किया जाए जो इस उत्पीड़न की गवाह थीं.’

बयान पर दस्तखत करने वालों में मीनल बघेल, मनीषा पांडेय, तुषिता पटेल, कणिका गहलोत, सुपर्णा शर्मा, रमोला तलवार बादाम, होइहनु हौजेल, आयशा खान, कुशलरानी गुलाब, कनीजा गजारी, मालविका बनर्जी, ए टी जयंती, हामिदा पार्कर, जोनाली बुरागोहैन, मीनाक्षी कुमार, सुजाता दत्ता सचदेवा, रेशमी चक्रवाती, किरण मनराल और संजरी चटर्जी शामिल हैं. डेक्कन क्रॉनिकल की एक पत्रकार क्रिस्टीना फ्रांसिस ने भी इस बयान पर हस्ताक्षर किए हैं.

अकबर ने अपने ऊपर लगे आरोपों को खारिज करते हुए सोमवार को रमानी के खिलाफ आपराधिक मानहानि की शिकायत दायर की थी.

इस्तीफे के बाद क्या कहा अकबर ने?
यौन शोषण के आरोपों में घिरे विदेश राज्य मंत्री एम जे अकबर ने बुधवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया. एक बयान में अकबर ने कहा है‘चूंकि मैंने निजी तौर पर कानून की अदालत में न्याय पाने का फैसला किया है, इसलिए मुझे यह उचित लगा कि मैं अपने पद से इस्तीफा दे दूं.’

बयान में उन्होंने आगे कहा है‘मैं, अपने खिलाफ लगाए गए झूठे आरोपों को निजी तौर पर चुनौती दूंगा. अत: मैं विदेश राज्य मंत्री पद से त्यागपत्र देता हूं.’ उन्होंने कहा ‘‘मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का बेहद आभारी हूं कि उन्होंने मुझे देश की सेवा करने का अवसर दिया.’

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