इस्लामाबाद। नकदी के संकट से जूझ रही पाकिस्तान सरकार ने बुधवार को 49 और सरकारी वाहनों को नीलामी के लिए रखा. इसमें 19 बुलेट प्रूफ कारें शामिल रहीं. इसमें सिर्फ एक कार की नीलामी ही सफल रही. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान देश पर भारी कर्ज से निबटने के लिए इस तरह के कदम उठा रहे हैं. पाकिस्तान सरकार ने हाल ही में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) से वित्तीय राहत पैकेज की मांग की थी. करीब एक महीने पहले सरकार पहले चरण में 61 सरकारी वाहन नीलाम कर चुकी है.
आठ भैंसों को भी किया गया था नीलाम
सरकार ने इससे पहले प्रधानमंत्री आवास की आठ भैंसों को भी नीलाम किया था. इससे सरकार को 23 लाख रुपये की आय हुई थी. इन भैंसों को पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने पाला था. किसी एक भैंस के लिए सबसे अधिक बोली 3,85,000 रुपये लगाई गई थी. आठ में से तीन भैंसों को शरीफ के समर्थकों ने खरीदा था. सरकार की योजना चार हेलीकॉप्टरों की नीलामी की भी है.
एक कार से सरकारी खजाने को मिले 90 लाख
जियो न्यूज की खबर के मुताबिक बुधवार को प्रधानमंत्री आवास में आयोजित इस नीलामी में कुल 49 वाहन रखे गए जिसमें से सिर्फ एक की ही बिक्री हुई. इस एक कार से सरकारी खजाने को 90 लाख रुपये की आय हुई. सीमाशुल्क अधिकारियों के अनुसार अगली नीलामी इस्लामाबाद में आई-9 स्थलीय पत्तन पर 25 अक्टूबर को होगी.
अधिकारी ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास में नागरिकों की सीमित आवाजाही है. इसलिए दूसरे चरणा की इस नीलामी में हमें अच्छी प्रतिक्रिया नहीं मिली.
पीएम ने कही थी 102 लक्जरी कारों की नीलामी बात
इससे पहले सुबह में रेडियो पाकिस्तान ने एक रिपोर्ट में कहा था कि खर्च कम करने के अभियान के तहत बुधवार को सरकार ने प्रधानमंत्री आवास में 49 और सरकारी वाहनों को नीलामी के लिए रखा. इसमें 19 बुलेट प्रूफ कार शामिल रहीं. खान ने देश के नाम अपने पहले संबोधन में घोषणा की थी कि अपने मितव्ययता अभियान के तहत वह कुल 102 लक्जरी कारों की नीलामी करेंगे.
एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार संवाददाताओं से बातचीत में प्रधानमंत्री आवास के प्रशासक ने कहा कि नीलामी में कार खरीदने वाले को आयात कर नहीं देना होगा क्योंकि बोली की कीमत में उसे शामिल कर लिया गया है. खरीदार को सिर्फ विदहोल्डिंग कर देना होगा.
खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) ने ट्विटर पर दावा किया है कि पहली नीलामी में 2015 के तीन लैंड क्रूजर वी-8 मॉडल से क्रमश: 2.74 करोड़ रुपये, 2.65 करोड़ रुपये और 2.61 करोड़ रुपये मिले. केंद्रीय मंत्री फवाद चौधरी ने कहा कि कारों की पहले चरण की नीलामी में उन्हें बाजार कीमत से ज्यादा पर बेचा गया. नीलामियों से मिलने वाली राशि को राष्ट्रीय खजाने में जमा कराया जाएगा.