रोम। आप जिस कंपनी का फोन इस्तेमाल कर रहे हैं वहीं कंपनी आपके स्मार्टफोन को अपडेट करने के बहाने उसके फंक्शन को स्लो कर दें तो शायद यह बात आपको समझ में नहीं आए. लेकिन ऐसा होने कारण दुनिया की दो दिग्ग्ज मोबाइल निर्माता कंपनियों एपल (Apple) और सैमसंग (Samsung) पर 126 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया है. यूजर्स के फोन को धीमा करने के आरोप में एपल पर 84 करोड़ और सैमसंग पर 42 करोड़ का जुर्माना लगा है. हो सकता है इस बात पर पहली बार में आपको यकीन न हो, लेकिन यह है 100 फीसदी सच. यह खुलासा एक रिपोर्ट में हुआ है.
पूरी योजना के साथ किया यह काम
रिपोर्ट में बताया गया है कि दोनों कंपनियों ने यह काम पूरी योजना के साथ किया है. इसके पीछे कंपनियों का मानना था कि पुराने फोन का ऑपरेटिंग सिस्टम अपडेट करने पर फोन की स्पीड स्लो हो जाएगी और इसके बाद ग्राहक को परेशान होकर नया फोन लेना पड़ेगा. इस सबसे कुल मिलाकर कंपनियों को फायदा पहुंचाने का मकसद था. जुर्माना इटली की भरोसा रोधी प्राधिकरण की तरफ से से लगाया गया है.
जानबूझ कर ग्राहकों का फोन धीमा किया
साथ ही प्राधिकरण ने कहा कि दोनों कंपनियां बेईमान वाणिज्यिक प्रथाओं में संलिप्त हैं. इटली के प्रतिस्पर्धा आयोग (एजीसीएम) ने यह भी कहा कि दोनों कंपनियों ने सॉफ्टवेयर अपडेट के बहाने जानबूझ कर ग्राहकों के फोन को धीमा कर दिया और उसके फंक्शन को बिगाड़ दिया, ताकि वहीं ग्राहक फिर से नया फोन खरीदें.
सॉफ्टवेयर अपडेट के लिए बार-बार नोटिफिकेशन भेजा
रिपोर्ट में कहा गया कि साल 2016 के सितंबर से एपल अपने आईफोन 6 (iPhone 6) के ग्राहकों को बार-बार अपना सॉफ्टवेयर अपडेट का नोटिफिकेशन भेज रहा है, जिसे अगली जेनरेशन के मॉडल आईफोन 7 (iPhone 7) को ध्यान में रखकर बनाया गया है. कंपनी ने यूजर्स को यह नहीं बताया कि इस अपडेट को करने से उनका फोन स्लो हो जाएगा और इसका फंक्शन पहले के मुकाबले बिगड़ जाएगा.
दूसरी तरफ सैमसंग ने गैलेक्सी नोट रखने वालों को गूगल के एंड्रायड ऑपरेटिंग सिस्टम का नया वर्जन इंस्टाल करने के लिए कहा, जिसे हाल के गैलेक्सी नोट 7 को ध्यान में रखकर बनाया गया था. इस अपडेट को करने से गैलेक्सी नोट के पुराने फोन धीमे चलने लगे.