नई दिल्ली । भारत और वेस्टइंडीज़ के बीच खेले गए तीसरे वनडे मैच में टीम इंडिया को 43 रन से हार का सामना करना पड़ा। वेस्टइंडीज़ ने इस मैच को जीतकर न सिर्फ सीरीज़ को 1-1 की बराबरी पर ला दिया बल्कि इस टीम ने एक ऐसा काम भी कर दिया जिसे करने में दुनिया की बड़ी-बड़ी टीमों के पसीने छूट गए थे और वो फिर भी नहीं कर सकी थीं। 284 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय कप्तान विराट कोहली ने शतक भी जड़ा, लेकिन फिर भी वो भारतीय टीम की हार को टाल न सके। कैरेबियाई टीम की यह भारत के दौरे पर पहली जीत रही।
विंडीज़ ने भारत की दी ‘विराट’ हारा
विराट कोहली ने 2008 में अपना डेब्यू किया था और पिछले 10 सालों में उन्होंने 214 वनडे मैच खेले हैं। इन 214 मैचों में ये तीसरा मौका रहा जब कोहली ने लक्ष्य का पीछा करते हुए शतक ठोका हो और भारतीय टीम हारी हो। इससे पहले जो दो मौके थे वो विदेशों थे। 2014 में न्यूजीलैंड के खिलाफ नेपियर में 123 और 2016 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कैनबरा में 116 रनों की पारी खेली थी, लेकिन भारतीय टीम लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाई थी। लेकिन भारत की धरती पर ये पहला मौका है जब चेज़ करते हुए कोहली ने सैंकड़ा जमाया हो और टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा हो।
कोहली ने बनाया ये रिकॉर्ड
इस मैच में कोहली ने 119 गेंदों का सामना करते हुए 107 रन बनाए। इस पारी के दौरान उन्होंने 10 चौके और एक शानदार छक्का भी जड़ा। इस सीरीज़ में खेले गए तीन मैचों में कोहली का ये तीसरा शतक रहा। इसी के साथ वो वनडे क्रिकेट में लगातार तीन शतक लगाने वाले विश्व के 10वें खिलाड़ी बने। कुमार संगकारा के नाम लगातार चार मैचों में चार शतक के साथ विश्व रिकॉर्ड दर्ज़ है। कोहली ने इससे पहले गुवाहाटी में 140 रन बनाए थे और फिर इसके बाद विशाखापत्तनम में खेले गए दूसर वनडे मैच में नाबाद 157 रन की पारी खेली थी।
तीन में से दो शतक गए बेकार
विराट कोहली ने भले ही इस सीरीज़ में लगातार तीन शतक लगाए हों, लेकिन इन तीन में से उनके दो शतक भारतीय टीम को जीत नहीं दिला सके। गुवाहाटी में भारत को जीत हासिल हुई। इसके बाद विशाखापत्तनम में खेले गए दूसरे वनडे मैच को कैरेबियाई टीम ने बेहतरीन प्रदर्शन कर टाई करवा लिया। विंडीज़ के इस प्रदर्शन को देखते हुए भारत ने तीसरे वनडे मैच में भुवी और बुमराह की वापसी करवाई। बुमराह की दमदार गेंदबाज़ी के चलते विंडीज़ 284 रन ही बना सका, लेकिन इस बार कोहली को छोड़ कोई भी बल्लेबाज़ अर्धशतक तक नहीं लगा सका। टेस्ट सीरीज़ के बाद वेस्टइंडीज़ की इस टीम को काफी कमज़ोर समझा जा रहा था, लेकिन इस टीम ने एकदिवसीय सीरीज़ में टीम इंडिया के पसीने छुड़ा दिया है। पुणे में विंडीज़ को मिली इस जीत ने मौजूदा सीरीज़ को जीवंत और रोमांचक तो बना दी दिया है। इसी के साथ दुनिया को ये संदेश भी दे दिया है कि हम किसी से कम नहीं।