नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को अयोध्या जमीन विवाद मामले में सुनवाई टल गई है. अब मामले की अगली सुनवाई जनवरी 2019 में एक उचित पीठ के समक्ष होगी. हालांकि, अदालत ने सुनवाई के लिए कोई विशेष तारीख निर्धारित करने से इनकार किया है. कोर्ट में सुनवाई टलने के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसद हरिओम पांडेय ने नाराजगी जाहिर की है. बीजेपी सांसद ने फैसला लिया है कि वह अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए संसद के शीतकालीन सत्र में प्राइवेट मेंबर बिल लाएंगे.
उत्तर प्रदेश के अंबेडकरनगर से सांसद हरिओम पांडेय ने कहा कि अगर मुस्लिम समाज के लोग मंदिर निर्माण के लिए स्वेच्छा से जमीन नहीं दे रहे हैं तो वह देश से गद्दारी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि अयोध्या में ही भगवान राम का जन्म हुआ था. इतिहासकार भी इसका प्रमाण दे चुके हैं. ऐसे में मुस्लिम समाज के लोग न जाने किस हद से इस जमीन पर अपना दावा पेश कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि विवादित स्थल के मामले में कोर्ट सुनवाई करने में लगातार देरी कर रहा है. वहीं केंद्र सरकार भी संसद के जरिए मंदिर बनाने का मार्क प्रशस्त करने में दिलचस्पी नहीं दिखा रही है. ऐसे में उनके सामने राम मंदिर निर्माण के लिए प्राइवेट मेंबर बिल लाने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है. उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण का वोट या चुनाव से ताल्लुक नहीं है, यह सीधे तौर से आस्था से जुड़ा मामला है.
मालूम हो कि बीजेपी सांसद हरिओम पांडेय इससे पहले भी मुस्लिमों को लेकर आपत्तिजनक बयान दे चुके हैं. इसी साल जुलाई में हरिओम पांडेय ने कहा था कि देश में रेप और आतंकवाद की बढ़ती घटनाओं के लिए मुस्लिमों की बढ़ती आबादी जिम्मेदार है. इसके साथ ही सांसद ने यह भी आशंका जताई है कि आने वाले समय में मुस्लिमों की बढ़ती आबादी पर नियंत्रण नहीं किया गया तो पाकिस्तान की तरह एक नया देश भारत में आकार ले लेगा.