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सीनियर्स की छुट्टी करवाने वाले धोनी खुद कर रहे हैं ऐसे हालात का सामना!

नई दिल्ली। स्टार क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी को वेस्टइंडीज और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी-20 सीरीज में शामिल नहीं किया गया, जिसके बाद क्रिकेट जगत में एक नई बहस शुरू हो गई है. कई क्रिकेट जानकारों ने सेलेक्टर्स के फैसले को सही बताया है जबकि कुछ दिग्गजों का मानना है कि सेलेक्शन कमिटी को महेंद्र सिंह धोनी जैसे कद के खिलाड़ी को ड्रॉप नहीं करना चाहिए था, जिनका भारतीय क्रिकेट में बहुत बड़ा योगदान है.

धोनी चख रहे हैं अपनी ही दवा!

भारतीय क्रिकेट टीम को ICC के तीन बड़े टूर्नामेंट में चैंपियन बनाने वाले कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को अब उसी हालात का सामना करना पड़ रहा है, जो उनकी कप्तानी में कई सीनियर क्रिकेटरों को करना पड़ा था. धोनी ने अपनी कप्तानी में कई सीनियर्स को परफॉर्मेंस के आधार पर टीम से बाहर करने की सिफारिश की थी. इस बात को धोनी पर बनी फिल्म में भी दिखाया गया है. क्या अब समय आ गया है कि कोहली और सेलेक्टर्स धोनी का ईमानदारी से आकलन करें?

इस साल 18 मैचों में उनका औसत  25.20  का है. उनकी स्ट्राइक 68.10 है. यही वजह है कि उनकी टी-20 से छुट्टी हो गई है और अब वह सिर्फ वनडे खेल रहे हैं. धोनी जब कप्तान थे तब उनकी कप्तानी में गौतम गंभीर, वीरेंद्र सहवाग, युवराज सिंह और हरभजन सिंह जैसे खिलाड़ियों को प्रदर्शन के आधार पर इसी तरह के हालात का सामना करना पड़ा था. हालांकि इन खिलाड़ियों ने कभी सार्वजनिक रूप से कभी कुछ खुलकर नहीं कहा.

लेकिन वास्तव में धोनी की कप्तानी के तहत खराब प्रदर्शन के लिए उन्हें टीम से अंदर- बाहर होना पड़ा था और अब धोनी को अपनी उसी दवा का स्वाद मिल रहा है. शुक्रवार को हुई टीम की घोषणा में वेस्टइंडीज और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी-20 टीम में धोनी को जगह नहीं दी गई है. वेस्टइंडीज के खिलाफ टी-20 सीरीज में रोहित शर्मा कप्तानी करेंगे जबकि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी-20 सीरीज में कोहली कमान संभालेंगे.

क्या अब रोहित और विराट ने किया किनारा?

एक अंग्रेजी अखबार को दिए इंटरव्यू में बीसीसीआई के एक सूत्र ने बताया कि सेलेक्टर्स और टीम मैनेजमेंट ने इस पर कप्तानविराट कोहली और उपकप्तान रोहित शर्मा से भी काफी बात की जो सेलेक्शन मीटिंग में मौजूद थे. सूत्र ने कहा, ‘क्या आपको लगता है कि उनकी (कोहली और रोहित) रजामंदी के बिना सेलेक्टर्स यह फैसला ले सकते थे.’

एक अन्य सूत्र ने यह भी कहा कि टीम मैनेजमेंट के माध्यम से सेलेक्टर्स ने धोनी को सूचित कर दिया था कि अब किसी युवा विकेटकीपर को परखने का समय आ गया है. भारत ने 2007 में धोनी की कप्तानी में टी-20 विश्व कप जीता था. लेकिन क्या धोनी का टी-20 करियर खत्म हो गया है, यह एक बड़ा सवाल है.

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