भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर की बहू और महापौर कृष्णा गौर ने गोविंदपुरा विधानसभा क्षेत्र से हर हाल में चुनाव लड़ने की बात कही है. कृष्णा गौर के मुताबिक ‘परिवारवाद को लेकर जो सवाल उठाए जा रहे हैं उससे मेरा मन बहुत आहत है. मैंने और मेरे परिवार ने हमेशा ही संगठन के लिए काम किया है, लेकिन अब परिवारवाद की बात की जा रही है. जब अन्य नेता-मंत्रियों के परिवार और रिश्तेदारों को टिकट दी जा रही है तो मेरे साथ भेदभाव क्यूं ? गोविंदपुरा से मेरे परिवार का बरसों पुराना नाता रहा है, इसलिए मैं किसी भी हालत में गोविंदपुरा से चुनाव लड़ूंगी.’
टिकट न मिलने पर इस्तीफा-कृष्णा गौर
बता दें पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर गोविंदपुरा विधानसभा क्षेत्र से टिकट कटने के बाद बहू कृष्णा गौर को टिकट दिलाने के लिए दिल्ली तक अपना जोर लगा चुके हैं, लेकिन पार्टी गौर की बहू को टिकट देने में दिलचस्पी नहीं ले रही है, जिसके चलते गौर परिवार पार्टी से खासा नाराज नजर आ रहा है. ऐसे में गौर की बहू ने भी साफ कर दिया है कि अगर पार्टी उन्हें टिकट नहीं देती है तो वह पार्टी से इस्तीफा दे देंगी और गोविंदपुरा से ही चुनाव लड़ेंगी.
संगठन और RSS पर पूरा भरोसा- कृष्णा गौर
वहीं टिकट कटने की संभावनाओं के बीच पूर्व मुख्यमंत्री के समर्थकों ने भी गोविंदपुरा में बैठक की और टिकट कटने की आशंकाओं और उसके बाद की गतिविधियों पर चर्चा की. समर्थकों से मीटिंग के बाद कृष्णा ने भी टिकट कटने की आशंकाओं पर दुख जाहिर किया और परिवारवाद को लेकर उठ रहे सवालों पर निशाना साधा. साथ ही किसी भी हालत में गोविंदपुरा से चुनाव लड़ने की बात कही. उन्होंने कहा कि ‘मुझे संगठन और आरएसएस पर पूरा भरोसा है.’
वहीं गौर परिवार का टिकट कटने की आशंका के बीच ज्योतिरादित्य सिंधिया के भी गौर परिवार से संपर्क करने की चर्चा इन दिनों जोरों पर है. पार्टी सूत्रों की मानें तो अगर कृष्णा कांग्रेस में शामिल होती हैं तो पार्टी गोविंदपुरा से उन्हें ही टिकट देगी. इसके अलावा अगर कृष्णा निर्दलीय चुनाव लड़ती हैं तो कांग्रेस अपना प्रत्याशी नहीं उतारेगी और कृष्णा को समर्थन देगी.