रामपुर। राम मंदिर पर हो रही उठा पटक को लेकर समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता आजम खान ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि यह महाभारत की तैयारी है. लेकिन, इनमें से मुसलमानों को हटा ही दिया जाए उसके बाद तय कर लिया जाए कि कौन पांडव हैं और कौन कौरव हैं. उन्होंने कहा कि पांडव और कौरव को लेकर फैसला बहुसंख्यकों को करना है.
उन्होंने साफ-साफ कहा कि कौरव और पांडव कौन-कौन होंगे यह फैसला मुसलमान को नहीं करना है, बल्कि RSS को करना है. राम मंदिर की चाहत रखने वालों को तय करना है कि आखिर इस रास्ते का रोड़ा कौन है. अगर, कोई संग्राम होना है तो उसमें से मुसलमान का नाम हटा दिया जाए.
आजम खान ने यह भी अपील की कि उत्तर प्रदेश के बाहर के मुस्लिम और सेकुलर नेता इस मामले में ज्यादा मशवरें न दें, क्योंकि इस हालात को उत्तर प्रदेश के लोगों को ही सहना पड़ता है. उत्तर प्रदेश में अयोध्या है, राम जन्मभूमि है और कृष्ण नगरी मथुरा है. इनके साथ-साथ इससे जुड़े तीन सुलगते सवाल भी हैं.
राम मंदिर को लेकर सीएम योगी के हालिया बयान पर आजम खान ने कहा कि किसी बेगुनाह की लाश और खून बहाकर इसकी शुरुआत न हो. वैसे, भी किसी ने राम मंदिर के निर्माण काम को नहीं रोका है. फिलहाल, मामला कोर्ट में है, इसलिए उसका इंतजार करना चाहिए. हालांकि, उन्होंने यह बात भी कही कि 6 दिसंबर 1992 को भी जो कुछ हुआ था, वह कोर्ट के फैसले के खिलाफ था. कोर्ट के फैसले का कब सम्मान किया गया ?
दरअसल, बीकानेर में सीएम योगी ने कहा कि इस दिवाली आपलोग भगवान राम के नाम पर एक-एक दिए जरूर जलाएं. हम जिसका सपना देख रहे हैं, वह सपना बहुत जल्द पूरा होगा. दबी जुबान में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने भी कहा है कि राम मंदिर का निर्माण तो हर हाल में किया जाएगा.
अयोध्या में भगवान राम की 152 मीटर ऊंची प्रतिमा को लेकर आजम खान ने बीजेपी पर चुटकी ली है. उन्होंने कहा कि भगवान राम की मूर्ति तो स्टैच्यू ऑफ यूनिटी से ऊंची होनी चाहिए. यह गलती बीजेपी को महंगी पड़ सकती है. आजम खान ने तंज कसते हुए कहा कि सीएम योगी के राज में भगवान राम की मूर्ति छोटी होगी तो चर्चा जरूर होगी.