टोंक (राजस्थान)। राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर प्रचार अपने चरम पर है. कांग्रेस और बीजेपी ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. दोनों पार्टियों के बड़े-बड़े नेता राजस्थान में चुनाव प्रचार कर रहे हैं. इस बीच राजस्थान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तंज कसते हुए पूछा, क्या वे टोंक से बीजेपी उम्मीदवार युनूस खान के लिए प्रचार करेंगे? सचिन पायलट खुद इस सीट से मैदान में हैं.
दरअसल, राजस्थान में प्रचार के लिए योगी आदित्यनाथ स्टार प्रचारकों में से हैं. अब तक वे करीब 10 जनसभाओं को संबोधित कर चुके हैं. हाल के दिनों में हिंदुत्व नेता के तौर पर योगी आदित्यनाथ की छवि और ज्याद मजबूत हुई है, जिसकी वजह से बीजेपी उनकी इस छवि का भरपूर फायदा उठाना चाहती है. इस बार बीजेपी ने राजस्थान में केवल एक मुस्लिम नेता (युनूस खान) को टिकट दिया है. वे वर्तमान राजे सरकार में PWD मंत्री रह चुके हैं.
दरअसल, योगी आदित्यनाथ नाथ संप्रदाय के सबसे बड़े महंत हैं. राजस्थान की बड़ी आबादी पर नाथ संप्रदाय का प्रभाव है. नाथ संप्रदाय की आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक राजस्थान में इस वक्त इस संप्रदाय के 46 बड़े मठ हैं. इन मठों का चूरू, सीकर, झुंझुनूं, मंडी, मंडावा, हनुमानगढ़, बीकानेर, रतनगढ़, जयपुर सहित कई और पड़ोसी जिलों में प्रभाव है. माना जाता है कि नाथ संप्रदाय का ओबीसी जाति में खास प्रभाव है. इन्हीं वजहों से योगी आदित्यनाथ दर्जनों रैलियों को संबोधित करने जा रहे हैं.
टोंक से वर्तमान में बीजेपी के अजीत सिंह विधायक थे. लेकिन, जब कांग्रेस की तरफ से सचिन पायलट मैदान में उतरे तो बीजेपी ने युनूस खान को उनके खिलाफ खड़ा कर दिया. राजस्थान में टोंक विधानसभा बेहद हॉट सीट मानी जा रही है. बीजेपी के इकलौते मुस्लिम प्रत्याशी होने से जुड़े सवालों पर युनूस खान ने न्यूज एजेंसी ‘भाषा’ से कहा कि यह फैसला रणनीति और समीकरणों पर आधारित है, न कि उनके धर्म पर.
उनसे पूछा गया कि क्या टोंक में भारी संख्या में मुस्लिमों के होने के कारण उन्हें प्रत्याशी बनाया गया ? इस पर खान ने कहा कि यहां चुनाव का आधार प्रदर्शन और एजेंडा होगा. उन्होंने कहा, ‘‘चुनाव इस आधार पर है कि कौन टोंक की बेहतर सेवा कर सकता है. मैंने अपना दृष्टिकोण बताया है. एक मंत्री के रूप में मैंने सवाईमाधोपुर रोड को टू-लेन से जोड़ा. मैंने एक बाइपास बनवाया.’’ साथ में उन्होंने यह भी कहा कि राजस्थान में पहले भी एकमात्र मुस्लिम प्रत्याशी रह चुके हैं.