नई दिल्ली। जल्द ही आप भारत से दुबई का सफर फ्लाइट के बजाय रेल में कर सकेंगे. हाइपरलूप और ड्राइवरलेस फ्लाइंग कार के बाद संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) एक और ड्रीम प्रॉजेक्ट पर विचार कर रहा है. वह है दुबई से मुंबई के बीच पानी के अंदर रेल नेटवर्क. सुनने में यह अटपटा लग सकता है लेकिन असंभव नहीं.
यूएई से प्रकाशित अखबार खलीज टाइम्स के मुताबिक, यूएई, फुजैराह बंदरगाह से मुंबई के बीच रेलनेटवर्क विकसित करेगा. यह पूरा नेटवर्क तकरीबन 2000 किलोमीटर से भी कम का होगा. हालांकि इस प्रोजेक्ट के अभी कई पहलुओं पर विचार किया जाना बाकी है. सबसे पहले इस प्रोजेक्ट की व्यवहार्यता का परीक्षण किया जाएगा जिसमें देखा जाएगा क्या ऐसा कोई रेलनेटवर्क संभव है.
खलीज टाइम्स के मुताबिक, अबु धाबी में यूएई-इंडिया कॉनक्लेव के दौरान नेशनल एडवाइजर ब्यूरो लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर और चीफ कंसल्टेंट अब्दुल्ला अलशेही ने इसका खुलासा किया है. अलशेही कंसल्टेंट फर्म नेशनल एडवाइजर ब्यूरो लिमिटेड के फाउंडर हैं. उनका कहना है कि इस परियोजना से भारत और यूएई के अलावा अन्य कई देशों के लोगों को फायदा होगा. रेल लाइन का इस्तेमाल यात्रियों के अलावा तेल और अन्य कई तरह के आयात निर्यात में हो सकता है.
द्विपक्षीय व्यापार बढ़ेगा
इस रेलनेटवर्क से दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार बढ़ेगा. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि रेल नेटवर्क के अलावा, दोनों देशों के बीच वस्तुओं का आयात-निर्यात भी बढ़ाया जाएगा. यूएई पाइपलाइन के जरिये भारत के तेल की आपूर्ति करेगा. महाराष्ट्र के रत्नागिरी में सऊदी अरब, यूएई और भारत मिलकर तेल रिफाइनरी और पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स का निर्माण करने वाले हैं.
कई देश कर रहे अंडरवॉटर रेल नेटवर्क पर काम
इस समय दुनिया के कई देश अंडरवॉटर रेल नेटवर्क पर काम कर रहे हैं. इनमें चीन, रूस, कनाडा और अमेरिका का नाम प्रमुख है. यूएई ही नहीं मुंबई को 2022 तक अहमदाबाद से भी अंडरवॉटर ट्रेन से जोड़ने की योजना है.