स्टार खिलाड़ी स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर के बिना खेल रही कमजोर ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ 71 साल में पहली बार उनकी धरती पर टेस्ट सीरीज जीतने का सपना लेकर आने वाली विराट ब्रिगेड की उम्मीदों को करारा झटका लगा है.
टीम इंडिया को जैसी शुरुआत की उम्मीद थी, वैसा नहीं हो पाया. ये तो चेतेश्वर पुजारा थे, जिनके शतक (123 रन) की बदौलत भारत की पहली पारी 200 के पार जा पाई. पहले दिन का खेल खत्म होने तक भारत ने 250/9 रन बनाए हैं.
It’s been a brilliant knock from Cheteshwar Pujara in the Adelaide heat with wickets falling around him.#AUSvIND | @toyota_aus pic.twitter.com/py8KvHB86q
— cricket.com.au (@cricketcomau) December 6, 2018
एडिलेड में खेले जा रहे पहले टेस्ट के पहले दिन टीम इंडिया ने ठीक वैसा ही खेल दिखाया, जैसा वे तीन महीने पहले इंग्लैंड के खिलाफ खेलकर आए थे. ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध पहले टेस्ट में भारत ने इंग्लैंड सीरीज की गलतियों को दोहराते हुए इस दौरे को ‘इंग्लैंड पार्ट- 2’ बनाने की ‘अनचाही’ शुरुआत कर दी है.
एडिलेड की बल्लेबाजों के अनुकूल पिच पर भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया. यहां तक सब ठीक रहा, लेकिन उसके बाद जो हुआ उसे देखकर हर कोई हैरान रह गया.
इंग्लैंड दौरे की तरह टीम इंडिया ने ऐसे कई मौके गंवाए, जिसे वह भुना सकती थी. एडिलेड की बैटिंग पिच पर भारत के पास अच्छा स्कोर बनाने का मौका था. ओपनरों की खराब शुरुआत की वजह से कप्तान विराट कोहली को ‘नई गेंद’ खेलने आना पड़ा. इसके बाद विराट कोहली (3) भी ज्यादा देर क्रीज पर नहीं टिक पाए.
-
एक टीम तब सफल हो सकती है, जब उसका शीर्ष क्रम अच्छा आगाज करे. विराट कोहली से हमेशा उम्मीदें बहुत ऊंची रहती हैं और ऑस्ट्रेलिया में भी ऐसा ही है. क्रिकेट एक टीम गेम है. किसी एक या दो खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर टीम ज्यादा समय तक निर्भर नहीं रह सकती. अकेले विराट ही मैच जिताने के लिए पर्याप्त नहीं हैं.
कोहली के फेल होने पर रोहित, रहाणे और पंत जैसे बल्लेबाज भी कोई जलवा नहीं बिखेर पाए. नंबर 3 पर बैटिंग करने वाले चेतेश्वर पुजारा ने ही ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजी आक्रमण को झेला और एक छोर संभालते हुए भारत को दो सौ रनों के पार ले गए. -
पृथ्वी शॉ के चोटिल होने के बाद इस मैच में मुरली विजय और केएल राहुल को ओपनिंग का जिम्मा मिला. लेकिन, ये दोनों ही फ्लॉप साबित हुए. मैच के दूसरे ही ओवर में 3 रन के कुल स्कोर पर जोश हेजलवुड ने केएल राहुल को एरॉन फिंच के हाथों कैच आउट कराकर भारत को पहला झटका दे दिया. राहुल 2 रन बनाकर आउट हुए.
प्रैक्टिस मैच में शतक जड़ने वाले मुरली विजय का बल्ला भी खामोश रहा और राहुल के बाद वह भी पवेलियन लौट गए. मुरली विजय (11) को 15 के स्कोर पर मिशेल स्टार्क ने अपना शिकार बनाया. कप्तान टिम पेन ने विकेट के पीछे विजय का कैच पकड़ा.
विजय के आउट होने के बाद पुजारा का साथ देने आए कप्तान कोहली भी अधिक समय तक मैदान पर नहीं टिक सके. पैट कमिंस ने भारत को तीसरा झटका दिया, जब 19 के स्कोर पर कप्तान विराट कोहली (3) को उस्मान ख्वाजा ने लपका.
पुजारा ने अजिंक्य रहाणे (13) के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 22 रन ही जोड़े थे कि हेजलवुड ने इस साझेदारी को मजबूत होने से पहले ही तोड़ दिया. उपकप्तान अजिंक्य रहाणे (13) को जोश हेजलवुड ने पीटर हैंडस्कॉम्ब के हाथों कैच कराया. 41 के स्कोर पर भारत को चौथा झटका लगा.
86 रन के कुल स्कोर पर नाथन लियोन ने रोहित शर्मा को मार्कस हैरिस के हाथों कैच आउट कराकर भारत को पांचवां झटका दे दिया. ऋषभ पंत (25) ने पुजारा के साथ छठे विकेट के लिए 41 रनों की साझेदारी की. पंत ने अपने अंदाज के अनुकूल तेजी से रन बनाए और ऑस्ट्रेलिया के खतरनाक गेंदबाज मिशेल स्टार्क तथा कमिंस पर मौका मिलने पर अच्छे प्रहार किए.
पंत हालांकि लियोन की फिरकी को संभाल नहीं पाए. 127 के कुल स्कोर पर लियोन की एक खूबसूरत गेंद पंत के बल्ले का बाहरी किनारा लेकर विकेटकीपर टिम पेन के हाथों में जा समाई. पंत ने अपनी पारी में 38 गेंदों का सामना करते हुए दो चौके और एक छक्का लगाया.
-
ऋषभ पंत के आउट होने के बाद रविचंद्रन अश्विन मैदान पर आए और उन्होंने पुजारा के साथ मिलकर 62 रनों की पार्टनरशिप की. लेकिन पैट कमिंस ने अपनी एक खूबसूरत गेंद पर उनकी 25 रनों की पारी का अंत कर दिया.
पुजारा ने ईशांत शर्मा के साथ 21 रन जोड़े, जबकि मो. शमी के साथ बहुमूल्य 40 रनों की भागीदारी की. आखिरकार भारत को 9वां झटका लगा. पुजारा ने 246 गेंदें खेलीं और 123 रन बनाकर रन आउट हो गए. जिसमें उनके 7 चौके और 2 छक्के भी शामिल रहे.