भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट सीरीज के पहले मैच में टीम इंडियाऑस्ट्रेलिया में इतिहास रचने के करीब है. भारत ने ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए 323 का लक्ष्य दिया है. मेजबान टीम अभी मैच बचाने के लिए संघर्षरत है. उसे मैच जीतने के लिए उसे 219 रन बनाने हैं, जबकि टीम इंडिया को जीत के लिए केवल छह विकेटों की दरकार है. टीम इंडिया के मैच जीतने से ऐसा पहली पारी होगा कि उसने ऑस्ट्रेलिया में कभी किसी टेस्ट सीरीज का पहला टेस्ट जीता हो.
ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी में 235 रन बनाने के बाद टीम इंडिया को 15 रनों की बढ़त मिली. इसके बाद टीम इंडिया के लिए जरूरी था कि वह ऑस्ट्रेलिया को बड़ा लक्ष्य दे. तीसरे दिन पहले केएल राहुल और मुरली विजय की 65 रनों की साझेदारी, और उसके बाद कप्तान विराट कोहली और चेतेश्वर पुजारा की 81 रनों की साझेदारी से 3 विकेट पर 151 रन बनाए. चौथे दिन टीम इंडिया ने चेतेश्वर पुजारा और आजिंक्य रहाणे की 87 रनों की साझेदारी के दम पर 307 बनाए जिससे ऑस्ट्रेलिया को 323 रनों का लक्ष्य मिला. इसके बाद दिन का खेल खत्म होने तक ऑस्ट्रेलिया ने 104 रन बनाते बनाते 4 विकेट गंवा दिए.
पहले कभी नहीं जीता था सीरीज का पहला टेस्ट मैच पिछली 12 सीरीज में
ऑस्ट्रेलिया ने आज तक इतना बड़ा लक्ष्य हासिल नहीं किया है. इससे पहले ऑस्ट्रेलिया ने 316 रनों का लक्ष्य साल 1901 में हासिल किया था. इसके अलावा अभी तक यानि इस सीरीज से पहले तक ऐसा कभी नहीं हुआ कि टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया में किसी टेस्ट सीरीज का पहला मैच जीता हो. अब तक टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया में 11 सीरीज खेली हैं और इनके 11 पहले मैचों में टीम इंडिया को 9 मैचों में हार और दो टेस्ट में ड्रॉ का नतीजा मिला है. इस सदी की बाद की जाए, यानि साल 2000 के बाद की बात की जाए तो चार सीरीज में तीन पहले मैच में टीम इंडिया को हार मिली जबकि 2003 में ब्रिसबेन में हुआ टेस्ट सीरीज का पहला मैच ड्रॉ रहा. जबकि उससे पहले साल 1985-86 में दोनों टीमों के बीच सीरीज का पहला मैच ड्रॉ रहा था.
11 पहले मैचों मे पारी से भी हार मिली, लेकिन इस बार हालात अलग
इन 11 सीरीज के हारे हुए 9 पहले मैचों में से दो बार, यानि ,साल 1947-48 में ( भारत का पहला ऑस्ट्रेलिया दौरा) भारत को एक पारी और 226 रनों की हार मिली, जबकि 1980-81 में भी भारत की एक पारी और 4 रन से हार हुई थी. अब इस बार हालात बिलकुल अलग हैं टीम इंडिया का गेंदबाजी आक्रमण अब तक बेस्ट माना गया. जिससे एडिलेड में पांचवे दिन छह विकेट गिराने थे.
यूं बदले 2018 में हालात
अब 2018 में हालात काफी उलट हो गए.सीरीज के शुरू होने से पहले ही ऑस्ट्रेलियाई टीम स्टीव स्मिथ और डेविड वार्नर की कमी की वजह से कमजोर मानी जा रही थी. टीम पर बॉल टेम्परिंग विवाद का साया ऐसा पड़ा कि टीम के इन दो प्रमुख बल्लेबाजों पर बैन तो लगा ही, टीम मनोबल से भी उबरती नजर आई. इन सब बातों को मैच पर भी गहरा असर साफ तौर पर दिखा तो लोगों को हैरानी भी हुई. मैच में ऑस्ट्रेलिया की ओर से वह जुझारूपन नहीं दिख सका जिसके लिए वह हमेशा से मशहूर थी.