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राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह आज

जयपुर/भोपाल/रायपुर। तीन राज्यों के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की जीत के बाद आज पार्टी राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में नई सरकार का गठन करेगी. इन तीनों राज्यों में नए मुख्यमंत्री पद एंव गोपनीयता की शपथ लेंगे. तय कार्यक्रम के मुताबिक सबसे पहले राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और डिप्टी सीएम सचिन पायलट शपथ लेंगे. इसके बाद दोपहर में मध्य प्रदेश के नए सीएम कमलनाथ का शपथ ग्रहण कार्यक्रम होगा तथा शाम को छत्तीसगढ़ के नए सीएम भूपेश बघेल सीएम पद की शपथ लेंगे.

सचिन पायलट बनेंगे उप मुख्यमंत्री
जयपुर के ऐतिहासिक अल्बर्ट हॉल में सोमवार (17 दिसंबर) सुबह 10 बजे शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया जाएगा. माना जा रहा है कि आज केवल अशोक गहलोत और सचिन पायलट शपथ लेंगे. इस कार्यक्रम में कांग्रेस के दिग्गज तो शामिल होंगे ही, दक्षिण के भी राजनीतिक सूरमा मौजूद रहेंगे.


कांग्रेस की ओर से शपथ ग्रहण समारोह में अध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, और मल्लिकार्जुन खड़गे शामिल होंगे. कर्नाटक में भी जब कांग्रेस और जेडीएस की सरकार बनी थी तो शपथ ग्रहण के लिए बेंगलुरु में भी कांग्रेस ने ऐसा ही आयोजन किया था. तब देश भर के विपक्षी दलों के नेता वहां जुटे थे. इस बार भी पूर्व पीएम एचडी देवगौड़ा, केन्द्रीय मंत्री शरद यादव, जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम फारुख अब्दुल्ला कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे.

गहलोत के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे आप नेता
आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के रिश्तों में नरमी का संकेत देते हुए वरिष्ठ आप नेता संजय सिंह, राजस्थान के मुख्यमंत्री के रूप में अशोक गहलोत के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे. सिंह ने पुष्टि की कि कांग्रेस ने पार्टी को गहलोत के शपथ ग्रहण में शामिल होने का न्योता दिया है.

उन्होंने मीडिया से कहा, ‘‘दिल्ली के मुख्यमंत्री और पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल के लिए निमंत्रण आया है. उनकी ओर से मैं समारोह में शामिल होने जाऊंगा.’’ आम आदमी पार्टी दिल्ली में कांग्रेस पर लगातार हमले बोलती रही है. दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष अजय माकन विभिन्न मुद्दों पर नियमित केजरीवाल पर निशाना साधते रहे हैं. समझा जाता है कि दोनों विरोधी दल दिल्ली में सात लोकसभा सीटों पर चुनाव के दौरान गठबंधन की संभावना को तलाश रहे हैं.

आप के सूत्रों ने कहा कि दोनों पार्टियों के बीच पिछले दरवाजे से बातचीत चल रही है. हालांकि गठबंधन के बारे में कोई औपचारिक बयान नहीं आया है. इस तरह की अटकलों को तब और बल मिला जब केजरीवाल ने पिछले सप्ताह विपक्ष की बैठक में पहली बार भाग लिया. बैठक में कांग्रेस नेता भी शामिल हुए थे.

कमलनाथ लेंगे मुख्यमंत्री पद की शपथ, राहुल सहित कई दिग्गज नेता रहेंगे मौजूद
कमलनाथ सोमवार को मध्य प्रदेश के 18वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेंगे. वह अकेले शपथ लेगें. प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाएंगी. भोपाल के जम्बूरी मैदान में 17 दिसंबर को डेढ़ बजे होने वाले शपथग्रहण समारोह में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी सहित यूपीए के कई दिग्गज नेताओं के मौजूद रहने की संभावना है. समारोह से पहले सर्वधर्म प्रार्थना होगी.

मध्यप्रदेश कांग्रेस मीडिया सेल प्रभारी शोभा ओझा ने ‘भाषा’ को बताया, ‘‘कमलनाथ जी कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की मौजूदगी में कल दोपहर डेढ़ बजे यहां जंबूरी मैदान में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे.’’ कहा कि कमलनाथ को मुख्यमंत्री की शपथ दिलाने के बाद जब राज्यपाल आनंदीबेन वहां से रवाना हो जाएगी, तो उसके बाद राहुल एवं कमलनाथ वहां मौजूद लोगों को संबोधित करेंगे.

उधर, क्या आप मंत्रिमंडल के अन्य सहयोगियों के साथ अथवा अकेले शपथ ग्रहण करेगें के सवाल पर कमलनाथ ने शनिवार को मीडिया को बताया कि “वह अकेले शपथ लेगें”. इसका मतलब मंत्रिमंडल में शामिल होने की उम्मीद रखने वाले विधायकों को फिलहाल कुछ दिन और इंतजार करना होगा.

शोभा ने बताया कि राहुल गांधी के अलावा पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी, पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी, द्रमुक नेता एम के स्टालिन एवं एम के कनिमोझी इस शपथ ग्रहण समारोह में मौजूद रहेंगे.

उन्होंने कहा कि इनके अलावा कई अन्य नेताओं के आने की संभावना है.शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए कमलनाथ ने इन नेताओं के अलावा यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, तेलुगू देशम पार्टी के प्रमुख और आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चन्द्रबाबू नायडू, बसपा प्रमुख मायावती और सपा प्रमुख अखिलेश यादव को न्योता भेजा है. साथ ही कांग्रेस शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों सहित अनेक प्रमुख नेताओं, देश के प्रमुख उद्योगपतियों और साधु संतों को भी आमंत्रण भेजा गया है. हालांकि, अब तक उनके आने की पुष्टि नहीं हुई है.

जम्बूरी मैदान में शपथ ग्रहण का भव्य समारोह आयोजित करने की पिछले दो दिन से तैयारियां की जा रही हैं. मालूम हो कि कमलनाथ के पहले भाजपा के शिवराज सिंह चौहान ने भी इसी मैदान पर तीन बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी.

मध्यप्रदेश विधानसभा के लिए 28 नवंबर को मतदान हुआ था और 11 दिसंबर को आए चुनाव परिणाम में प्रदेश की कुल 230 विधानसभा सीटों में से कांग्रेस को 114 सीटें मिली हैं. यह संख्या साधारण बहुमत, 116 सीट, से दो कम है. हालांकि बसपा के दो, सपा के एक और चार अन्य निर्दलीय विधायकों ने कांग्रेस को समर्थन दिया है. जिससे कांग्रेस को फिलहाल कुल 121 विधायकों का समर्थन हासिल है. वहीं, भाजपा को 109 सीटें मिली हैं.

छत्तीसगढ़ में शाम को भूपेश बघेल लेंगे मुख्यमंत्री पद की शपथ
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के छत्तीसगढ़ के पर्यवेक्षक मल्लिकार्जुन खड़गे ने आज यहां संवाददाता सम्मेलन में बताया कि पाटन क्षेत्र से विधायक और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भूपेश बघेल को विधायक दल ने अपना नेता चुना है. बघेल राज्य के नए मुख्यमंत्री होंगे. उन्होंने बताया कि बघेल सोमवार (17 दिसंबर) को शाम 4 बजे मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. उनके साथ और कोई मंत्री शपथ नहीं लेंगे.


रायपुर आने के बाद सभी नेता राजीव भवन, रायपुर के प्रथम तल में स्थित संचार विभाग के पत्रकार वार्ता कक्ष में कांग्रेस विधायक दल की बैठक में शामिल हुए और इसी बैठक में छत्तीसगढ़ के नए मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा की गई.  छत्तीसगढ़ प्रभारी पी एल पुनिया और छत्तीसगढ़ के पर्यवेक्षक मल्लिकार्जुन खड़गे भी मौजूद थे. खड़गे ने कहा, ‘‘यह एक कठोर निर्णय था क्योंकि सभी चारों नेताओं (बघेल, सिंहदेव, ताम्रध्वज साहू और चरण दास महंत) ने पार्टी के लिए समान रूप से काम किया था और वे सभी बराबर हैं.’’

खड़गे ने कहा, ‘‘राज्य में 15 वर्ष बाद सत्ता में आने के कारण हमारे समक्ष कई चुनौतियां हैं. हम चुनाव में किए वादे पूरे करेंगे और हमें उम्मीद है कि बघेल अपनी जिम्मेदारियों को अच्छी तरह निभाएंगे.’’

इस बीच, आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर पार्टी ने कहा कि राज्य में नई कांग्रेस सरकार समानता, पारदर्शिता और एकजुटता के साथ काम करेगी और उसका पहला काम किसानों का कर्ज माफ करना होगा. पार्टी ने लिखा, ‘‘ भूपेश बघेल के मुख्यमंत्री चुने जाने पर छत्तीसगढ़ में जश्न. हम उन्हें शुभकामनाएं देते हैं क्योंकि उन्होंने समानता, पारदर्शिता और एकजुटता की सरकार का गठन किया है और इसकी शुरुआत किसानों की कर्ज माफी के साथ हो रही है, जैसा हमने वादा किया था.’’

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