भारत रविवार को मेलबर्न में तीसरे क्रिकेट टेस्ट के पांचवें और अंतिम दिन ऑस्ट्रेलिया को 137 रन से हराकर टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में 150 या इससे अधिक जीत दर्ज करने वाला दुनिया का पांचवां देश बना. तेज गेंदबाज इशांत शर्मा ने नाथन लियोन को विकेटकीपर ऋषभ पंत (Rishabh Pant) के हाथों कैच कराके भारत को जीत दिलाई. पंत का मौजूदा सीरीज में यह 20वां शिकार था और वह किसी एक सीरीज में सबसे अधिक शिकार करने वाले भारतीय विकेटकीपर बने.
बुमराह ने बनाया रिकॉर्ड
इसके अलावा इस मैच के हीरो जसप्रीत बुमराह रहे. बुमराह ने सर्वाधिक नौ विकेट झटके. मेलबर्न टेस्ट खत्म होने तक बुमराह इस कैलेंडर साल में अब तक 48 विकेट ले चुके हैं जो एक कैलेंडर साल में विदेशी धरती पर किसी भारतीय गेंदबाज का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. उन्होंने इसके लिए 9 टेस्ट (करियर के सभी मैच अब तक विदेश में ही खेले हैं) खेले हैं. उन्होंने मोहम्मद शमी (2018 में अब तक 41 विकेट) और पूर्व स्पिनर अनिल कुंबले (41 विकेट) को पीछे छोड़ा है.
भारत ने अपने 532वें टेस्ट में 150वीं जीत दर्ज की. भारत के अलावा ऑस्ट्रेलिया (384), इंग्लैंड (364), वेस्टइंडीज (171) और दक्षिण अफ्रीका (162) यह उपलब्धि हासिल कर चुके हैं. ऑस्ट्रेलिया की यह टेस्ट क्रिकेट में 222वीं हार है और उससे अधिक हार सिर्फ इंग्लैंड (298) के नाम पर दर्ज हैं.
विराट की कप्तानी में 26वीं टेस्ट जीत
विराट कोहली ने भारतीय कप्तान के रूप में 45वें मैच में टीम की अगुआई करते हुए 26वीं जीत दर्ज की. भारतीय कप्तान के रूप में उनके अधिक जीत अब सिर्फ महेंद्र सिंह धोनी के नाम पर दर्ज हैं जिनकी अगुआई में भारत ने 60 टेस्ट खेले और इनमें से टीम 27 मैचों में जीत दर्ज करने में सफल रही.
कोहली की कप्तानी में विदेशी सरजमीं पर यह भारत की 11वीं जीत दर्ज. इस जीत के साथ कोहली ने सौरव गांगुली के रिकार्ड की बराबरी कर ली जिनकी अगुआई में भारत ने विदेशी सरजमीं पर इससे पहले सर्वाधिक 11 टेस्ट जीते थे. गांगुली की अगुआई में भारत ने कुल 49 टेस्ट खेले और इनमें से टीम 21 में जीत दर्ज करने में सफल रही.
पंत ने तोड़ा किरमानी का रिकॉर्ड
पंत ने चार मैचों की सीरीज के तीन मैचों में ही 20 शिकार बना लिए हैं जिससे वह किसी एक टेस्ट सीरीज में भारत के सबसे सफल विकेटकीपर बने. पंत ने नरेन तम्हाने और सैयद किरमानी का रिकार्ड तोड़ा. इन दोनों के ही नाम पर किसी सीरीज में सर्वाधिक 19-19 विकेट दर्ज थे. तम्हाने ने पाकिस्तान के खिलाफ 1954-55 में पांच मैचों की सीरीज जबकि किरमानी ने भी पाकिस्तान के खिलाफ ही 1979-80 में छह मैचों की सीरीज के दौरान यह उपलब्धि हासिल की थी.