नई दिल्ली। हनीट्रैप के मामले में फंसे सेना के जवान से राजस्थान पुलिस की पूछताछ में भारतीय सेना हर तरीके से सहायता उपलब्ध करा रही है. एएनआई से बातचीत के दौरान रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल संबित घोष ने यह जानकारी दी.
बताया जा रहा है कि भारतीय सेना का यह जवान ISI को देश से सेना की गतिविधियों की खुफिया जानकारी उपलब्ध करा रहा था. सेना के इस जवान पर पिछले 4 महीनों से खुफिया एजेंसियां लगातार नजर बनाए हुई थी. सेना के सूत्रों के अनुसार, इस जवान से यह भी जानने का प्रयास किया जा रहा है कि इसके अलावा भारतीय सेना का कोई अन्य जवान भी ISI के चंगुल में तो नहीं फंसा है.
आपको बता दें कि, भारतीय सेना की इंटेलिजेंस टीम ने राजस्थान के जैसलमेर आर्मी कैंट में तैनात सेना के एक जवान को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी को जानकारी देने के आरोप में शनिवार (4 जनवरी) को गिरफ्तार किया था.
पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के चंगुल में फंसा सोमवीर सिंह नामक यह जवान लंबे समय से भारतीय सेना की गतिविधियों की जानकारी पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी से साझा कर रहा था. भारतीय सेना का यह जवान फेसबुक के माध्यम से हनीट्रैप का शिकार हुआ था.
सूत्रों ने यह भी बताया कि जैसलमेर आर्मी कैंट में सोमवीर हरियाणा के रोहतक का निवासी है. कुछ महिनों से अनिका चोपड़ा नाम की फेसबुक फ्रेंड से संपर्क में आने के बाद वो भारतीय सेना की गतिविधियों को ISI से साझा कर रहा था. जिसके बाद भारतीय सेना ने संदेह के आधार पर उसे हिरासत में लिया था.
आपको बता दें कि, पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी की एक लड़की ने अनिका चोपड़ा के नाम से फेसबुक पर दोस्त करके भारतीय सेना के इस जवान से कई खुफिया जानकारी हासिल कर ली थी. इसके अलावा सोमवीर को जम्मू के कई नंबरों से फोन भी आते थे.