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देवबंद से गिरफ्तार जैश आतंकियों के ‘खास मेहमान’ को तलाश रही यूपी ATS

लखनऊ : सहारनपुर के देवबंद से गिरफ्तार किए गए जैश-ए-मोहम्‍मद के दो आतंकियों ने पूछताछ में अहम खुलासे किए हैं. उनसे पूछताछ कर रही यूपी एटीएस को कई अहम सुराग भी मिले हैं. यूपी एटीएस के मुताबिक गिरफ्तारी के एक दिन पहले किसी खास मेहमान को दोनों आतंकियों शाहनवाज और आकिब ने दावत दी थी. एटीएस अब इस खास मेहमान की तलाश में जुट गई है.

आतंकियों ने पूछताछ में कुबूला कि वे पाकिस्‍तान समर्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्‍मद में बहुत निचले स्तर के वर्कर थे और उन्हें पुलवामा हमले की कोई जानकारी नहीं थी. आतंकियों से मिली जानकारी के आधार पर सहारनपुर के आठ लोग यूपी एटीएस की राडार पर हैं. कहा जा रहा है कि ये लोग कई बार इन आतंकियों से मिलने आए थे.

यूपी एटीएस को जांच में पता चला है कि दोनों आतंकी जैश में भर्ती करने के लिए युवकों को जिहादी वीडियो दिखाते थे. देवबंद में आने से पहले कुछ दिन वे दिल्ली में भी रुके थे. एटीएस को जैश-ए-मोहम्‍मद के सरगना आतंकी मसूद अजहर के कई भाषण वाले वीडियो भी इनके पास से मिले हैं. जम्‍मू और कश्मीर में भी कई बार इन दोनों से पूछताछ हुई थी. इसीलिए ये दोनों भाग कर देवबंद आए थे. दोनों आतंकी बिना किसी रोकटोक के आसानी से देवबंद पहुंचे थे.

                                          यूपी पुलिस ने प्रेस कांफ्रेंस करके दी थी जानकारी. फाइल फोटो

सूत्रों के अनुसार एक या दो दिन में यूपी एटीएस दोनों आतंकियों को पूछताछ के लिए जम्मू और कश्मीर भी ले जाएगी. इन आतंकियों के पास मिले बैंक अकाउंट में कश्मीर से पैसों का लेनदेन भी हुआ था. ऐसे में एटीएस ये पता लगा रही है कि इनका कोई और बैंक खाता तो नहीं है, जिसमें टेरर फंडिंग आती हो.

पूछताछ में खुलासा हुआ है कि जैश-ए-मोहम्मद का आतंकी अबुल बकर इन दोनों आतंकियों को निर्देश देता था. दोनों के मोबाइल से मिले वीडियो पाकिस्तान स्थित आतंकी ट्रेनिंग कैंप के थे. यूपी एटीएस ने पूछताछ के बाद 7 युवकों को छोड़ दिया है. जबकि कश्मीर के रहने वाले जावेद बट्ट से पूछताछ जारी है.

बता दें कि सहारनपुर के देवबंद से गिरफ्तार किए गए जैश-ए-मोहम्मद के दोनों आतंकियों को शनिवार को 10 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है. यूपी एटीएस के अनुसार देवबंद से गिरफ्तार शाहनवाज तेली और आकिब अहमद की पुलिस हिरासत के लिए स्थानीय अदालत में आवेदन दिया गया था. जिस पर अदालत ने 10 दिन की पुलिस रिमांड मंजूर कर ली.

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