सेक्स शब्द सुनते ही अपने दिमाग में अप शब्द या शर्माने जैसी स्थिति होने लगती है क्यों कि हमने आज तक इस पर किसी से खुल कर बात ही नहीं की. हमने अगर कुछ जानकारी मिली तो वो दोस्तों से या फिर किसी किताब से छुप कर पढ़ा है परन्तु हमारे वर्तमान समय को देख कर आज इस विषय पर खुल कर बात करने का समय आ गया है.
संबंध बनाते वक्त दिल और दिमाग बहुत ही सुकून दिलाता हैं। संबंध के दौरान मानो किसी और दुनिया में आ गए हो जहां सिर्फ शांति और सुकून हैं। पहली बार संबंध बनाने के बाद शरीर में कुछ बदलाव होते हैं, लेकिन ज्यादा बदलाव लड़कियों के शरीर में होते हैं, आइये जानते हैं लड़कियों के शरीर में कौन कौन से बदलाव होते है।
मानसिकता में बदलाव पहली बार संबंध बनाने के बाद लड़कियों कि सोचने और समझने की क्षमता बढ़ जाती है और दिमागी सेल्स में बढ़ोतरी होती है। लड़कियां पहले से ज्यादा मैच्योर हो जाती हैं। लड़कियों को पुरुषों के प्रति सोचने का नज़रिया बदल जाता हैं। साथ हीं साथ महिलाएं मानसिक और शारीरिक रूप से पहले के मुकाबले ज्यादा मजबूत हो जाती हैं।
पीरियड्स में बदलाव, पहली बार संबंध बनाने के बाद लड़कियों को पीरियड्स में बदलाव हो जाते हैं। वैसी महिलाएं जिनका पीरियड्स पहले समय से नहीं हो पाता था और उनके पीरियड्स के समय जो दर्द होती थीं उनमें सुधार हो जाता हैं और अब उनका पीरियड्स समय के अनुसार होने लगता हैं।
वजन में बदलाव, पहली बार संबंध बनाने के बाद बहुत सारी लड़कियों के वजन में भी बदलाव होने लगते हैं और लड़कियाँ पहले के मुकाबले कुछ ज्यादा मोटी लगने लगती हैं। यह प्रक्रिया महिलाओं के शरीर में हार्मोन्स परिवर्तन के कारण होता हैं।
खूबसूरती में बदलाव, पहली बार संबंध बनाने के बाद जब लड़कियों के शरीर के हार्मोन्स में चेंजिंग आता हैं तो लड़कियों की खूबसूरती पहले के मुकाबले ज्यादा हो जाती हैं और लड़कियों का त्वचा में भी एक आकर्षण आ जाते हैं। कॉन्फिडेंस में बदलाव,दुनिया में ज्यादा तर महिलाओं का कॉन्फिडेंस लोगों के सामने कम होता हैं। लेकिन पहली बार संबंध बनाने के बाद लड़कियों का कॉन्फिडेंस लेवल पहले के मुकाबले बढ़ जाता हैं और लड़कियाँ खुद को ज्यादा सुरक्षित महसूस करती हैं।