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‘हलाला जायज और एक्टिंग हराम, क्‍या ऐसे तरक्‍की करेगा हिंदुस्‍तान का मुसलमान?’

नई दिल्‍ली। बॉलीवुड एक्‍ट्रेस जायरा वसीम के धर्म के आधार पर फिल्‍मों से संन्‍यास लेने की घोषणा के बीच पक्ष और विपक्ष में बहस जारी है. अब इस पर कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने जायरा के कदम की आलोचना करते हुए ट्वीट कर कहा, ‘हलाला जायज और एक्टिंग हराम, क्‍या ऐसे तरक्‍की करेगा हिंदुस्‍तान का मुसलमान?’ इससे पहले भी कई लोगों ने धर्म को पेशे से जोड़ने पर सवाल उठाए हैं.

उल्‍लेखनीय है कि आमिर खान की ब्लॉकबस्टर फिल्म ‘दंगल’ से शुरुआत कर रातोंरात मशहूर हुईं कश्मीरी अभिनेत्री जायरा वसीम ने पिछले दिनों फिल्म करियर को अलविदा कहने का फैसला किया है. उनका कहना है कि इसके कारण वह अपने धर्म से दूर जा रही थीं. अपने फेसबुक पेज पर विस्तार से लिखे एक पोस्ट में 18 वर्षीय अभिनेत्री ने बॉलीवुड में अपने अच्छे करियर को छोड़ने के लिए धार्मिक कारणों का हवाला दिया.

Abhishek Singhvi

@DrAMSinghvi

हलाला जायज और एक्टिंग हराम,क्या ऐसे तरक्की करेगा हिंदुस्तान का मुसलमान ?

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जायरा वसीम ने फिल्‍मी दुनिया को अलविदा कहा

उन्होंने कहा, “पांच साल पहले, मैंने एक फैसला लिया, जिसने मेरी जिंदगी बदलकर रख दी. मैंने जैसे ही बॉलीवुड में कदम रखा, इसने मेरे लिए लोकप्रियता के दरवाजे खोल दिया.” जायरा ने कहा कि जनता का ध्यान उनकी ओर खिंचने लगा और वह युवाओं के लिए एक रोल मॉडल के रूप में पहचानी जाने लगीं.

उन्होंने कहा, “बहुत लंबे समय से अब ऐसा महसूस हो रहा है कि मैंने कुछ और बनने के लिए संघर्ष किया है.” जायरा ने कहा, “जैसे ही मैंने उन चीजों को समझने की कोशिश की जिन्हें मैंने अपनी मेहनत, समय और भावनाएं दी हैं और एक नई जीवनशैली में ढलने की कोशिश की, तभी मुझे एहसास हुआ कि भले ही मैं यहां अच्छी तरह से फिट हो सकती हूं लेकिन मैं यहां से जुड़ाव महसूस नहीं करती.”

उन्होंने कहा, “इस क्षेत्र ने वास्तव में मुझे बहुत प्यार, समर्थन और प्रशंसा दिया है, लेकिन इसने मुझे अज्ञानता के रास्ते पर ले जाने का काम भी किया, क्योंकि मैं चुपचाप और अनजाने में ‘ईमान’ से बाहर भटक गई (अल्लाह की इबादत में मुस्लिमों का दृढ़ मार्ग).” अभिनेत्री ने कहा, “जब मैंने ऐसे माहौल में काम करना जारी रखा जो लगातार मेरे ईमान में दखल दे रहा था, तो मेरे धर्म के साथ मेरा रिश्ता खतरे में पड़ गया था.”

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