लखनऊ। उन्नाव रेप मामले की पीड़िता रविवार को एक सड़क दुर्घटना में घायल हो गई. इसी हादसे में गाड़ी में सवार पीड़िता की मौसी और चाची को अपनी जान भी गंवानी पड़ी. मामला इतना हाई प्रोफाइल है, इसलिए इस पर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं. कुछ राजनीतिक आरोप हैं, कई तरह के सवाल हैं और जिस तरह से हादसा हुआ है उससे कई इत्तेफाक भी जुड़ते नज़र आ रहे हैं…जो एक साजिश की तरफ इशारा कर रहे हैं.
यूं तो पहली नजर में ये एक आम सड़क हादसा नजर आया लेकिन जब कार में सवारियों की पहचान होनी शुरू हुई तो इसके तार एक साल पहले उन्नाव के बहुचर्चित रेप कांड के पन्ने पलटने लगे. जिस रेप कांड ने आरोपी बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को लेकर योगी सरकार के कानून सिस्टम को कटघरे मे खड़ा किया था उसी रेप कांड की पीड़िता इस हादसे की शिकार हुई. घायल पीड़िता लखनऊ के केजीएमयू में ट्रॉमा सेंटर में जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रही है. पीड़िता की चाची और मौसी ने हादसे में दम तोड़ दिया, वहीं केस के वकील की हालत भी बेहद नाजुक है.
इस गाड़ी से पीड़िता अपने परिवार और वकील के साथ जेल में बंद चाचा से मिलने रायबरेली जा रही थी. जहां बारिश के बीच रास्ते में एक ट्रक ने कार को टक्कर मारी. सबसे चौंकाने वाली बात ट्रक की नंबर प्लेट को ग्रीस से पोतकर छिपाया गया था. पुलिस ने ट्रक ड्राइवर और उसके मालिक को गिरफ्तार कर लिया है.
इस मामले में इत्तेफाकों का सिलसिला यहीं नहीं थमता है, क्योंकि पिछले साल मामले में मीडिया की सुर्खियों और हाईकोर्ट के दखल के बाद पीड़िता को प्रशासन की ओर से सुरक्षा मुहैया कराई गई थी. लेकिन जिस वक्त ये हादसा हुआ उस वक्त पीड़िता के साथ कोई भी सुरक्षाकर्मी मौजूद नहीं था और पुलिस यहां भी जांच की बात कहकर अपना पल्ला झाड़ रही है.
इस रेप कांड मामले में बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर भले ही जेल में हो लेकिन पीड़िता का परिवार लगातार धमकियां मिलने की बात करता रहा है. जिसका कहना है कि कुलदीप सिंह जेल से साजिश रच रहे हैं वहीं उनके गुर्गे लगातार डराते धमकाते रहते हैं.
गौर करने वाली बात है कि गाड़ी में मौजूद सभी लोग इस केस में सीबीआई के गवाह थे. दो गवाह ने दम तोड़ दिया, वहीं एक गवाह यानी पीड़िता जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही है. मामले में मुख्य गवाह की पहले ही संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो चुकी है. पुलिस को पहली नजर में ये हादसा नजर आता है, जिसके साथ इतने इत्तेफाक जुड़ते जा रहे हैं कि साजिश की बू आनी शुरू हो गई है.
पहला इत्तेफाक
ट्रक रॉन्ग साइट से आ रहा था?
दूसरा इत्तेफाक
ट्रक की नंबर प्लेट पर ग्रीस पुती हुई थी.
तीसरा इत्तेफाक
पीड़िता के साथ कोई सुरक्षाकर्मी नहीं था.
चौथा इत्तेफाक
गाड़ी में बैठे लोग सीबीआई के गवाह थे.
सिर्फ इतना ही नहीं पहले भी इस परिवार के साथ लगातार हादसे पर हादसे होते रहे हैं. जो कई तरह की साजिश का इशारा करती है. देखें कैसे इस मामले में पन्ने पलटते चले गए…
– उन्नाव में महिला से बलात्कार
– पीड़िता के पिता की पुलिस हिरासत में मौत
– बलात्कार का आरोपी बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर जेल में बंद लेकिन अभी भी विधायक
– पीड़िता की गाड़ी को ट्रक ने टक्कर मारी
– चाची-मौसी की मौत, पीड़िता की हालत नाजुक
– हादसे के वक्त कोई भी सुरक्षाकर्मी पीड़िता के साथ नहीं