आईसीसी विश्व कप 2019 (ICC World Cup 2019) खत्म हुए 15 दिन हो गए हैं. लेकिन इस टूर्नामेंट के फाइनल में हुए अंपायरों के फैसलों के कारण हुए विवाद ठंडे नहीं हुए. इंग्लैंड और न्यूजीलैंड (England vs New Zealand) के बीच हुए फाइनल मैच के टाई होने के बाद सुपर ओवर भी टाई हो गया था जिससे फैसला बाउंड्री काउंट नियम से हुआ और मैच में ज्यादा बाउंड्री लगाने के कारण इंग्लैंड को जीत दे दी गई. अब आईसीसी ने फैसला किया है कि इस नियम सहित फाइनल से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की जाएगी. इसके लिए आईसीसी ने पूर्व भारतीय कप्तान अनिल कुंबले की अगुवाई वाली क्रिकेट समिति की अगली बैठक में सविस्तार से चर्चा करने का मन बनाया है.
क्या कहा गया
आईसीसी के क्रिकेट महाप्रबंधक ज्यौफ एलार्डिस के मुताबिक अनिल कुंबले की अगुवाई वाली क्रिकेट समिति अपनी अगली बैठक में बाउंड्री नियम पर चर्चा करेगी. एलार्डिस ने कहा, “आईसीसी प्रतियोगिताओं में 2009 से मैच टाई होने की स्थिति में विजेता का फैसला करने के लिए सुपर ओवर का इस्तेमाल किया जा रहा है. सुपर ओवर भी टाई होने के बाद मैच का नतीजा उसी मैच में हुई किसी चीज के आधार पर निकालना था. इसलिए यह हमेशा उस मैच में लगी बाउंड्री की संख्या से जुड़ा था.”
कैसे हुआ था फैसला
विश्व कप फाइनल में सुपर ओवर में भी मैच टाई रहने के बाद इंग्लैंड को 22 चौके और दो छक्के जड़ने के कारण विजेता घोषित किया गया था जबकि न्यूजीलैंड की टीम 17 बाउंड्री ही लगा पाई थी. लार्डिस ने कहा, “दुनिया भर की लगभग सभी टी-20 लीग में सुपर ओवर टाई होने पर बाउंड्री के नियम का इस्तेमाल होता है. हम भी उसी सुपर ओवर नियमों का इस्तेमाल करना चाहते थे, जो सभी पेशेवर क्रिकेट में उपयोग में लाया जाता है. यही कारण है कि इसे इस तरह लागू किया गया था. क्या इससे कुछ अलग हो सकता था इस पर हमारी क्रिकेट समिति विचार करेगी.”
“No one really deserved to lose but that is the game.”
England batting coach Graham Thorpe spoke to @ICC Insider @Elmakapelma after their thrilling #CWC19 win!
क्या है आईसीसी का टाई मैच नियम
आईसीसी के नियमों के मुताबिक अगर मैच टाई होता है तो फैसला सुपर ओवर से होना चाहिए. इस सुपर ओवर को पहले वह टीम फेंकती है जो दूसरी पारी में फील्डिंग करती है. इस सुपर ओवर में बल्लेबाजी करने वाली टीम के अधिकतम तीन बल्लेबाज बैटिंग कर सकते हैं. अगर बॉलिंग करने वाली टीम ने दो विकेट गिरा दिए तो वह सुपर ओवर वहीं खत्म हो जाएगा. सुपर ओवर में फील्ड रिस्टिक्शंस भी वही होते हैं जो मैच के आखिरी (50वें) ओवर में रहते हैं. दोनों टीमों के एक-एक रीव्यू भी मिलता है. अंत में जो टीम सुपर ओवर में ज्यादा रन बनाती है वही विजेता घोषित कर दी जाती है.