नई दिल्ली। उन्नाव रेप केस की गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हो रही है. इस दौरान चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (सीजेआई) रंजन गोगोई ने उन्नाव रेप केस और ट्रक-कार एक्सीडेंट मामले की जांच प्रगति रिपोर्ट सीबीआई से तलब की है. सुप्रीम कोर्ट ने संबंधित अधिकारी को दोपहर 12 बजे तक कोर्ट में तलब किया था. इस पर सीबीआई की ज्वाइंट कमिश्नर संपत मीणा सुप्रीम कोर्ट पहुंचीं.
मामले की सुनवाई दोबारा शुरू करने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई को आदेश दिया कि एजेंसी अपनी जांच 7 दिन के अंदर पूरी करे. साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने उन्नाव रेप केस को दिल्ली ट्रांसफर किया है. वहीं सॉलिसिटर जनरल की ओर से जांच के लिए 30 दिन का वक्त मांगा गया था. सीजेआई ने इससे इनकार कर दिया. सुप्रीम कोर्ट इस मामले में अपना फैसला दोपहर दो बजे सुनाएगा.
गुरुवार को सुबह सुनवाई के दौरान सीजेआई ने सॉलिसिटर जनरल से उन्नाव रेप केस और सड़क हादसे के मामले में सीबीआई के साथ बातचीत करने को कहा था. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो इस मामले की चैंबर में सुनवाई की जाएगी. इस पर सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कोर्ट से कहा कि उन्होंने इस मामले की जांच कर रहे सीबीआई अफसरों से बातचीत की है. वे इस समय लखनऊ में हैं. इसलिए उनका आज दोपहर 12 बजे तक दिल्ली आ पाना मुमकिन नहीं है. इसलिए मामले की सुनवाई कल के लिए टाली जाए. इस पर सीजेआई ने सुनवाई को कल के लिए टालने से इनकार कर दिया है.
बता दें कि दो सप्ताह पहले उन्नाव रेप पीडि़ता की ओर से सुप्रीम कोर्ट को भेजी गई चिट्ठी के संबंध में कोर्ट ने मामले का संज्ञान लिया है. सीजेआई रंजन गोगोई ने बुधवार को संज्ञान लेते हुये अपने सेक्रेटरी जनरल से रिपोर्ट मांगी थी कि पत्र को उनकी जानकारी में क्यों नहीं लाया गया. रेप पीड़िता ने सीजेआई को लिखे इस पत्र में भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के कथित सहयोगियों से अपनी जान को खतरे की आशंका व्यक्त की थी.
रविवार को रेप पीड़िता की कार में ट्रक ने टक्कर मार दी थी, जिसमें उसकी मौसी और चाची की मौत हुई थी जबकि वह गंभीर रूप से घायल हुई थी. ट्रक-कार की टक्कर के बाद कथित बलात्कार के मामले में पहले से जेल में बंद बीजेपी से सस्पेंड विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर हत्या का भी आरोप लगा है. सीबीआई ने इस मामले में केस दर्ज किया है.