टीम इंडिया के मौजूदा कोच रवि शास्त्री फिर से इस पद के प्रमुख दावेदार माने जा रहे हैं, लेकिन अगर आंकड़ों पर गौर करेंगे, तो उन्हें खासकर टेस्ट क्रिकेट में वैसी सफलता नहीं मिली, जो उनसे पहले अनिल कुंबले और गैरी कर्स्टन ने हासिल किया, टीम इंडिया के मुख्य कोच और सहयोगी स्टाफ के लिये आवेदन करने की तिथि मंगलवार को ही समाप्त हो चुका है, रवि शास्त्री के अलावा टॉम मूडी, रॉबिन सिंह, महेला जयवर्धने, लालचंद राजपूत और न्यूजीलैंड के पूर्व कोच माइक हेसन इस पद के बड़े दावेदार माने जा रहे हैं।
विश्वकप नहीं जिता पाये शास्त्री
मुख्य कोच रवि शास्त्री का कार्यकाल 45 दिन के लिये बढा दिया है, उनकी कोच के रुप में टीम इंडिया के साथ दूसरी पारी है, जिसमें उन्हें अपेक्षित सफलता नहीं मिली, इससे पहले वो टीम के निदेशक भी रह चुके हैं, उनके इन दोनों कार्यकाल में भारत विश्वकप में खेला, लेकिन 2015 और 2019 दोनों ही बार टीम सेमीफाइनल में हार कर बाहर हो गई।
ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीतना बड़ी कामयाबी
रवि शास्त्री के दोनों कार्यकाल में टीम इंडिया ने कुल मिलाकर 29 टेस्ट मैच खेले, जिनमें से 16 में जीत मिली, 8 में हार का सामना करना पड़ा, 5 ड्रा रहे। इस दौरान टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया की धरती पर पहली बार टेस्ट सीरीज जीती, वनडे में उनका रिकॉर्ड 79 मैचों में 52 जीत और 24 हार है, टी-20 इंटरनेशनल में 54 मैच में 36 जीत और 17 हार है।
कुंबले के आगे कहीं नहीं ठहरते
टेस्ट मैचों में रवि शास्त्री से बेहतर रिकॉर्ड अनिल कुंबले है, हालांकि विराटे कोहली के साथ अस्थिर संबंधों की वजह से उन्हें एक साल में भी कोच पद छोड़ना पड़ा था, अनिल कुंबले के कोच रहते टीम ने 17 टेस्ट मैच खेले, जिसमें 12 में जीत मिली और टीम ने सिर्फ एक मैच गंवाया, भारतीय टीम ने इस बीच इंग्लैंड, न्यूजीलैंड, बांग्लादेश और ऑस्ट्रेलिया को हराया। अगर सीमित ओवरों की बात करें, तो टीम ने उस दौरान 13 वनडे (8 जीत, 5 हार) और 5 टी-20 अंतरराष्ट्रीय (2 जीत, 2 हार) खेले।
कर्स्टन सबसे आगे
टीम इंडिया के सबसे सफल कोच का जिक्र होगा, तो उसमें गैरी कर्स्टन का नाम सबसे ऊपर रहेगा, जिनके कार्यकाल में टीम इंडिया ने 2011 में आईसीसी विश्वकप जीता, टेस्ट मैचों में भी टीम ने लगातार अच्छा प्रदर्शन किया, कर्स्टन के कोच रहते टीम ने 33 टेस्ट मैच खेले, जिसमें से 16 में जीत और 6 में हार मिली, जबकि 11 ड्रा रहे, उनकी उनकी जीत का प्रतिशत 65.15 है, रवि शास्त्री 63.79 और कुंबले 82.35 है। हालांकि वनडे में कर्स्टन की मौजूदगी में टीम ने 93 मैच खेले, जिसमें 59 में जीत और 29 में हार मिली।