Friday , March 29 2024

विशेष

1984 को लेकर राहुल गांधी को सच स्वीकार करने का साहस दिखाना चाहिए

सिद्धार्थ वरदराजन 1984 में सिखों के नरसंहार में कांग्रेस पार्टी की संलिप्तता को नकाराने की राहुल गांधी की कोशिश से भी ज्यादा आघातकारी सिर्फ एक चीज है- 34 वर्षों से आजाद भारत के सबसे जघन्य अपराधों में एक पर पर्दा डालने की कोशिशों के सह-अपराधी होने के बाद हम में ...

Read More »

रूह कंपाने वाला 1984 का सिख नरसंघार : ‘ इन कांग्रेसियों ने मेरे पिता को जलाने के लिए इंस्पेक्टर से मांगी थी माचिस’

नई दिल्ली। साल 1984 में दिल्ली में हुए सिख दंगा मामले में पीड़ितों को 34 साल बाद इंसाफ मिला तो आंखों में जीत की खुशी के साथ-साथ जहन में वो मंजर फिर से ताजा हो गया जब दंगाईयों की भीड़ ने उनके अपनों को उनके सामने ही मार डाला था. दंगों का ...

Read More »

हे राम! जनेऊ पहनकर मंदिर-मंदिर जाकर झूठ बोलते हैं राहुल गांधी!

अभिरंजन कुमार मोबाइल से नकल करके शोक संदेश लिखने वाले मेरे प्रिय नेता श्री राहुल गांधी जी की एक और नकल साबित हो गई है। जिस तरह से अरविंद केजरीवाल ने बिना किसी सबूत के ही शीला दीक्षित को बेईमान कह-कहकर दिल्ली के मुख्यमंत्री की कुर्सी हथिया ली थी, उसी ...

Read More »

सिविल सेवकों का जनसेवक बनने का बढ़ता रुझान

चुनाव के मौसम में राजनेताओं द्वारा दल-बदल करने की सूचनाएं तो हमेशा से मिलती रहीं हैं, लेकिन इस बार के चुनाव की एक विशेषता यह रही कि बहुत से वरिष्ठ अधिकारी और वे भी विशेषकर ऑल इंडिया सर्विसेस के ऑफिसर्स राजनीति में आए. महत्वपूर्ण बात उनका राजनीति में आना नहीं ...

Read More »

डॉ. भीमराव आंबेडकर को संविधान निर्माता कहना आंख में धूल झोंकने के समान है संविधान के  निर्माता तो बाबू राजेंद्र प्रसाद ही हैं 

जब राजेंद्र बाबू ने पत्नी से कहा कि अगर उस अंगरेज औरत से हाथ नहीं मिलाया तो नौकरी चली जाएगी  दयानंद पाण्डेय देश के पहले राष्ट्रपति राजेंद्र बाबू का आज जन्म-दिन है तो उन के बहुतेरे किस्से याद आ रहे हैं । हम जब पढ़ते थे तब अक्सर मेरे पिता ...

Read More »

भोपाल गैस त्रासदी: आंसू सूख गए, पर न्याय नहीं मिला

राकेश कुमार मालवीय उस काली रात के 34 साल बाद भोपाल गैस त्रासदी एक अराजनैतिक विषय बन गया है. बिना किसी को दोषी ठहराए तमाम राजनीतिज्ञों ने जिन्हें इस मुल्क ने अपने न्याय, हक और समानता के संवैधानिक अधिकारों को पूरा करने की जिम्मेदारी सौंपी है, मान लिया है कि ...

Read More »

मालवा क्यों साबित हो सकता है मध्य प्रदेश का ‘सूरत’?

पीयूष बबेले मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग हुए चार दिन बीत चुके हैं. मुकाबले में शामिल दोनों मुख्य पार्टियां भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस दम साधे बैठी हुई हैं. 230 विधानसभा सीटों में 116 का आंकड़ा हासिल करना उनका पहला लक्ष्य है. इसके ऊपर जो सीटें मिल जाएं वह ...

Read More »

कानून की दो वर्दियों का गैरकानूनी ‘शो’…

पिछले दिनों सीतापुर जिले में शराब और जुए का अड्डा हटाने की कार्रवाई से बिफरे वकीलों ने जिला न्यायाधीश के कक्ष में घुस कर पुलिस अधिकारियों को पीटा और पुलिस अधीक्षक के साथ बदसलूकी की. ऐसे अराजक वकीलों के समर्थन में राजधानी लखनऊ के वकील भी सड़क पर उतर आए. ...

Read More »

चुनाव एमपी-छत्तीसगढ़ का, खर्चा यूपी का

प्रभात रंजन दीन सरकारी विमान घन्न-घन्न, चुनाव प्रचार दन्न-दन्न  तीन राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनाव के प्रचार-प्रसार पर उत्तर प्रदेश के सरकारी खजाने का भी खूब इस्तेमाल हो रहा है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अधिक समय आसमान पर ही रहते हैं. यूपी का शासन-प्रशासन मुख्यमंत्री की हवाई ...

Read More »

मध्य प्रदेश में इस बार का बंपर मतदान सत्ताविरोधी लहर है या ध्रुवीकरण का नतीज़ा?

नीलेश द्विवेदी मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ 28 नवंबर की शाम क़रीब सात बजे जब मीडिया से रू-ब-रू हुए तो उनका उत्साह और आत्मविश्वास देखने लायक था. तब तक सामने आए आंकड़ों से एक बात साफ़ हो चुकी थी कि मध्य प्रदेश के मतदाताओं ने इस बार जी खोलकर ...

Read More »

नरेंद्र मोदी सरकार की अर्थशास्त्रियों से पटरी क्यों नहीं बैठती है?

अनुराग शुक्ला आरबीआई की बोर्ड बैठक में सरकार और आरबीआई के बीच चल रही जंग में भले ही युद्ध विराम घोषित हो गया, लेकिन इससे पहले हालात ऐसे हो गए थे कि आरबीआई गवर्नर उर्जित पटेल का इस्तीफा होते-होते बचा. जानकार मानते हैं कि आरबीआई-सरकार विवाद में सरकार के बैकफुट ...

Read More »

किसान सड़कों पर न उतरते तो क्या करते

पीयूष बबेले नई दिल्ली। दिल्ली के रामलीला मैदान से संसद की तरफ किसानों ने कूच कर दिया है. दिल्ली पुलिस की मानें तो किसान मार्च में एक लाख से ज्यादा किसान शामिल हैं. साल भर के भीतर यह तीसरा बड़ा मौका है, जब देश के किसानों को दिल्ली कूच करना पड़ा. इस साल ...

Read More »

योगी का कथन… परम-विराटता को चरम-संकीर्णता में बांधने का अनैतिक वक्तव्य

प्रभात रंजन दीन साधो यह है मूढ़ मति का देश… योगी आदित्यनाथ ने जब अली के प्रसंग में बजरंग बली और दलित के प्रसंग में हनुमान का जिक्र किया तो स्वाभाविक रूप से यही पंक्ति योगी का स्वरूप लेकर मन में आई और अपने ही चेतन में बार-बार प्रतिध्वनित होती ...

Read More »

मिताली राज को टीम से हटाए जाने के असली कारण!

सुशील दोषी मिताली राज को वर्ल्डकप टी-20 के सेमीफाइनल में भारतीय टीम में शामिल नहीं किए जाने व उसके बाद भारतीय टीम की पराजय ने भारतीय क्रिकेट प्रेमियों को झकझोर दिया है. यह देखकर भारत के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली का अपना दर्द भी उभर आया. वे भी तब तत्कालीन ...

Read More »

अयोध्या: मीडिया 1992 की तरह एक बार फिर सांप्रदायिकता की आग में घी डाल रहा है

कृष्ण प्रताप सिंह उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी सरकार की दो-दो ‘भव्य’, ‘देव’ व ‘दिव्य’ सरकारी दीपावलियों के बावजूद न तो अयोध्या में उस अभीष्ट ‘त्रेता की वापसी’ हुई और न विश्व हिंदू परिषद व शिवसेना का मंदिर राग अयोध्या की आंखों में वैसा ...

Read More »