Saturday , July 27 2024

हमारे कॉलमिस्ट

उद्योगपतियों की लूटपाट , चीन के साथ कम्युनिस्टों की वफादारी और सरहद पर लड़ती सेना

दयानंद पांडेय भारत के उद्योगपतियों ने अगर देश के अपने उपभोक्ताओं के साथ गद्दारी न की होती , उपभोक्ताओं को सिर्फ लूट का कारखाना न माना होता और बनाया होता तो चीनी सामानों के बहाने हर साल देश का अरबो रुपए चीन की तिजोरी में न जाता कभी। जब तक ...

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सोनिया गांधी जवाब दे कि भारत का 43 हजार 180 वर्ग मील भूभाग चीन ने किसकी सरकार में हड़पा

पद्मपति शर्मा एक बात देश के सामने लगभग स्पष्ट हो चुकी है कि कांग्रेस के आला कमान यानी नेतृ वर्ग की निष्ठा भारत के साथ नहीं बल्कि उसके दुश्मन देशों पाकिस्तान और चीन के साथ है। पिछली कुछ घटनाओं मे देश ने आश्चर्य जनित क्षोभ और ग्लानि के साथ देखा ...

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प्रधानमंत्री जी ! कोरोना संक्रमण को रोकने की कोई कारगर नीति बनाइये अर्थव्यवस्था बढ़ने का भ्रम न दिखाइये

राजेश श्रीवास्तव पिछले दो दिनों से आम जनमानस के बीच इस तरह के सवाल उठने लगे हैं कि आखिर सरकार लॉक डाउन की तरफ क्यों नहीं बढ़ रही है। वह भी तब जब भारत में अब यह संख्या प्रतिदिन तेरह से 15 हजार तक बढ़ रही है और मरने वालांे ...

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नरेन्द्र मोदी जवाब दें ! सीमा पर क्या चल रहा है ? देश को बतायें

के विक्रम राव विपक्षी कांग्रेस के तीन मनोनीत अगुवाओं ने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से पूछा है कि सीमा पर क्या चल रहा है ? देश को बतायें | सोनिया गाँधी का सवाल है कि कितनी और कबसे चीन भारत भूमि कब्जाए है ? राहुल गाँधी ने सचेत किया कि: ...

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भारत अब गढ़े नई दुनिया

डॉ. वेद प्रताप वैदिक भारत आठ साल बाद फिर आठवीं बार सुरक्षा परिषद का सदस्य चुन लिया गया है। यह पहले भी सात बार उसका सदस्य रह चुका है। यह सदस्यता दो साल की होती है। सुरक्षा परिषद में कुल 15 सदस्य हैं। उनमें से पांच- अमेरिका, रुस, चीन, ब्रिटेन ...

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‘हम एक डिप्रेस्ड पीढ़ी तैयार कर रहे हैं’

तृप्ति शुक्ला हमने सामाजिक तौर पर सामान्यता और श्रेष्ठता के कुछ पैमाने गढ़े। जो इन पैमानों से थोड़ा भी इधर-उधर हुए, उन्हें हमने असामान्य और निम्न घोषित कर दिया। मसलन- कोई स्त्री या पुरुष, बालक या बालिका के पैमाने पर फिट नहीं बैठा तो उसे हमने समाज से बेदखल कर ...

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लाशों पर सियासत न हो

के विक्रम राव बीस भारतीय सैनिक, जिनकी लाशें सीमा पर चीन ने लौटाई हैं, उन्हें पीटकर, कूटकर मारा गया, शस्त्रों से नहीं| शव यही दर्शाते हैं| अर्थात हलाल की पद्धति में धीमे-धीमे हत्या की गई| तड़पा कर, यातना दे-दे कर| घूंसे, मुक्के, लात, लाठी, बेटन ही शायद प्रयुक्त हुए हों| ...

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भ्रष्टाचार कोई करे, दाग तो सीएम पर ही लगता है

अजय कुमार लखनऊ। उत्तर प्रदेश में सरकारी भ्रष्टाचार कैंसर की तरह जड़े जमाए हुए है। गत वर्ष इंडियन करप्शन सर्वे ने जब 2019 की रिपोर्ट तैयार की तो इसमें सबसे भ्रष्ट राज्यों की सूची में चैथे नंबर पर उत्तर प्रदेश का नाम आया। सर्वे टीम ने जिन लोगों से बात ...

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बड़ी नीक होती है खेल भावना

के. विक्रम राव यकीन नहीं होता| पर यह वाकया है सच| क्योंकि खेल की भावना से जुड़ा है, इसीलिए शायद| एक पुरानी घटना बरबस याद आ गई| बरलाडा (स्पेन) में विश्व दौड़ (रेस) प्रतिस्पर्धा (जनवरी 2013) हो रही थी| अंतिम दौर में केवल दो धावक बचे थे| स्पेन का चौबीस-वर्षीय ...

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सहारा समूह के कर्मियों के प्रमोशन का ख़तरनाक सच

https://www.youtube.com/watch?v=YS9Ntut0aeg&feature=youtu.be साहसी पत्रकारिता को सपोर्ट करें, आई वॉच इंडिया के संचालन में सहयोग करें। देश के बड़े मीडिया नेटवर्क को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर इन्हें ख़ूब फ़ंडिग मिलती है। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें।

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अब अमित शाह संभालेंगे राजधानी की कमान, दिल्ली केजरीवाल के हाँथ से निकली

शेखर पंडित  दिल्ली में कोरोना महामारी ने ने बहुत भयावह रूप ले लिया है। देश की राजभानी में लगभग 40 हज़ार COVID-19 मामलों के साथ दिल्ली देश में बड़ी विकट परस्थिति बन गई है और कोरोना के मामले में उससे आगे सिर्फ महाराष्ट्र और तमिलनाडु है। जानकरी हो की जिस ...

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जातीय आरक्षण की आग से देश को बचाना है तो तमाम चीज़ों का निजीकरण ही एकमात्र रास्ता रह गया है

दयानंद पांडेय सुप्रीम कोर्ट ने अभी अपने एक फ़ैसले में साफ़ कह दिया है कि आरक्षण मौलिक अधिकार नहीं है। कृपया मुझे यह कहने की अनुमति दीजिए कि आरक्षण हमारी सामाजिक और राजनीतिक व्यवस्था में बहुत बड़ा कोढ़ है। इस से जितनी जल्दी मुक्ति पा ली जाए बेहतर है। वह ...

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जनाब ! वर्चुअल नजरों से देखिये सब कुछ बहुत सुंदर है

राजेश श्रीवास्तव जब पूरा देश इन दिनों कोरोना नामक महामारी से जूझ रहा है और कमोबेश तकरीबन हर तबका रोजी-रोटी की जुगाड़ में बेेबस दिखायी दे रहा है। यह तस्वीर सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया की है। हर देश अर्थव्यवस्था को ठीक करने और अपने यहां के नागरिकों ...

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अजय कुमार लल्लू- सत्ता का दम और दंभ आत्मबल को पंगु न बना दे!

के विक्रम राव सत्तासीन राजनेताओं द्वारा अपने विरोधियों को लम्बी अवधि तक कारागार में निरुद्ध नहीं करना चाहिए। सियासी सहिष्णुता का यही तकाजा है। यदि अपराध नृशंस हो, तो बात दीगर है| उत्तर प्रदेश में सदा ऐसी ही उदार परिपाटी रही है। सिवाय इमर्जेंसी (1975-77) वाले फासिस्ट इन्दिरा युग के। ...

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इंदिरा गाँधी अपदस्थ: आज ही के दिन जस्टिस सिन्हा ने ‘फासीवादियों’ के दबाव के बावजूद सुनाया था ऐतिहासिक फैसला

आशीष नौटियाल लोकतंत्र की हत्या, फासीवाद, संस्थाओं का दुरुपयोग… ये सब कुछ ऐसे चुनिन्दा शब्द हैं, जो वर्ष 2014 से ही अचानक से कॉन्ग्रेस के प्रिय नारे बने रहे। लेकिन यह सभी शब्द कॉन्ग्रेस ने आखिर सीखे कहाँ से। इसके लिए 12 जून का इतिहास जानना आवश्यक है। जाहिर सी ...

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